भोपाल। विधानसभा चुनाव नजदीक आते देख नेताओं के बीच बयान-बाजी तेज होती जा रही है, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के बयान पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तीखा हमला बोला है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि "एक तरफ तो कमलनाथ हनुमान भक्त होने का प्रचार करवाते हैं और दूसरी तरह वे रोजा इफ्तार में जाकर ऐसी बात करते हैं कि इसके नाम पर सब को इकट्ठा कर लें. क्या कमलनाथ उनके वोट प्राप्त करने के लिए रोजा इफ्तार में गए थे. वे डर दिखा वोट पाना चाहते हैं, जबकि मध्यप्रदेश शांति का टापू है.आखिर मध्यप्रदेश में कहां दंगे हो रहे हैं, यह कमलनाथ की बदनियत और कुटिलता है. वे तुष्टिकरण से वोट हासिल करना चाहते हैं."
कमलनाथ के इस बयान पर भड़के सीएम: दरअसल सीएम शिवराज सिंह चौहान कमलनाथ के उस बयान पर भड़क गए, जो उन्होंने छिंदवाड़ा में रोजा इफ्तार कार्यक्रम में दिया था. मुस्लिम समुदाय के बीच चर्चा के दौरान पीसीसी चीफ कमलनाथ ने कहा था कि "पूरे देश का माहौल आप लोग देख ही रहे हैं. देश भर में दंगे-फसाद हो रहे हैं, यह लोग देश को बर्बाद करके ही छोड़ें." चर्चा के दौरान कमलनाथ ने कहा था कि "छिंदवाड़ा आपको संभालना है, मैं प्रदेश संभालूंगा. सभी लोग देख रहे हैं कि देश में कितने दंगे फसाद हो रहे हैं, लेकिन आपको उत्तेजित नहीं होना है."
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सीएम ने कमलनाथ को बुलाया था बुजुर्ग: एक दिन पहले सीएम शिवराज सिंह ने कमलनाथ को बुजुर्ग नेता बताया था. सीएम ने कहा कि था कि लगता है कि "कमलनाथ पर उम्र हाबी हो रही है, इसलिए वे विधायकों को ही गैर जरूरी बता रहे हैं. कमलनाथ अब कहते हैं कि उन्हें विधायकों की जरूरत नहीं है, कमलनाथ को पता है कि विधायक क्या होता है. लोकतंत्र में चुने हुए जनप्रतिनिधि की हैसियत संविधान में बताई गई है, कांग्रेस यह जानती है कि विधायक ही मुख्यमंत्री को चुनते हैं, जिस पार्टी का नेता ऐसी बात करें उसका अहंकार ही पार्टी को ले डूबेगा."