भोपाल। करणी सेना के आंदोलन के दौरान सीएम शिवराज को लेकर किसी असामाजिक तत्व की ओर से की गई टिप्पणी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब बीजेपी में जिलों से ये मांग उठने लगी है कि जिन लोगों ने अभद्र टिप्पणी की है वो सार्वजनिक रुप से अपने कृत्य के लिए माफी मांगें. कटनी के बीजेपी नेता और सांसद प्रतिनिधि पद्मेश गौतम का कहना है कि एक सामाजिक संगठन के कार्यक्रम में सीएम शिवराज के लिए आपत्तिजनक टिप्पणी की है. प्रशासन को इन्हे चिन्हित करके सख्त कार्रवाई की जाए. अन्यथा पूरे प्रदेश में आंदोलन होगा.
ये प्रदेश के सम्मान की बात : बीजेपी नेता गौतम का कहना है कि ये केवल प्रदेश के मुख्य़मंत्री के सम्मान की बात नहीं बल्कि प्रदेश के मान का सवाल है. इसलिए उनके सम्मान के खिलाफ कोई शब्द बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. गौतम ने कहा कि ये चेतावनी है प्रशासन को कि ऐसे लोगों को चिन्हित करें उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. दरअसल, करणी सेना के भोपाल में आंदोलन शुरू होने के साथ बीजेपी के खिलाफ तो नारे लगे ही. इसी आंदोलन से एक वीडियो भी वायरल हुआ था. जिसमें सीएम शिवराज को लेकर एक युवक आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा था.
सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल : सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल भी हुआ. हालांकि बाद में करणी सेना के मंच से ये सफाई भी दी गई थी कि आंदोलन के पहले दिन से जिस शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है, उसका करणी सेना से कोई लेना-देना नहीं है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में जो शख्स आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए दिखाई दे रहा है. उसके खिलाफ पिपलानी थाने मे मामला दर्ज हो चुका है. इधर, करणी सेना के पदाधिकारी कृष्णा बुंदेला का कहना है कि जिस व्यक्ति ने मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान के खिलाफ अपशब्द कहे हैं, उसका करणी सेना से कोई लेना देना नहीं है.
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करणी सेना ने दी सफाई : करणी सेना के नेता कहा कि हम लगातार ये स्पष्ट कर रहे हैं कि जो भी व्यक्ति है, उसकी जांच होनी चाहिए. उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिलाफ कोई कैसे अभद्र टिप्पणी कर सकता है. विरोध हमने भी किया लेकिन हमारी भाषा संयत है. करणी सेना तो लगातार प्रशासन से ये कह रही है कि ऐसे गलत लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. ताकि आइंदा वो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल ना कर पाए. इसकी जांच भी होनी चाहिए कि ये व्यक्ति आया कहां से. राजपूत समाज का कोई भी व्यक्ति ऐसी असंयत भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता. कहीं ये किसी का षडयंत्र तो नहीं, इसकी भी जांच होनी चाहिए.