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12 वीं का रिजल्ट जारी, मंत्री जी बोले बच्चे ना करें कॉलेज की फिक्र

MP माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 12वीं का रिजल्ट घोषित कर दिया है. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि इस बार 12वीं में कोई भी बच्चे को फेल नहीं किया गया है. लेकिन जो बच्चे अपने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं है वह सितंबर में एग्जाम दे सकते हैं. वही हायर एजुकेशन विभाग से बातचीत कर सरकार यह तैयारी कर रही है कि सभी बच्चों को कॉलेज में एडमिशन मिले।

School education minister
12 वीं का रिजल्ट आउट
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Published : Jul 29, 2021, 2:15 PM IST

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित हो गया है. इस बार 52% बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं.जबकि 40% बच्चे सेकंड डिवीजन और 7% थर्ड डिवीजन में पास हुए हैं. कुल 7,35000 बच्चे इस बार 12वीं के रिजल्ट में पास हुए हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने रिजल्ट घोषित किया. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में परिहार ने बताया की कोरोना काल के चलते मध्य प्रदेश में जिस तरह से ऑनलाइन कक्षाएं हुई है. उसके बाद अब सभी बच्चों का रिजल्ट घोषित हो गया है. दसवीं की तरह ही 12वीं में भी किसी भी बच्चे को फेल नहीं किया गया है सभी बच्चे पास किए गए हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से exclusive बातचीत में कहा कि अब इन बच्चों को कॉलेज की फिक्र करने क जरूरत नहीं है.

MP बोर्ड रिजल्ट
100% रहा इस बार का रिजल्टमाध्यमिक शिक्षा मंडल में पहली बार ऐसा हुआ है कि दसवीं के बाद 12वीं का रिजल्ट भी 100% घोषित हुआ है.. जिसमें किसी भी बच्चे को फेल नहीं किया गया है. दसवीं के साथी 12वीं में भी सभी बच्चे पास हुए हैं. 52% बच्चे प्रथम श्रेणी में इस बार 12वीं में पास हुए हैं.जबकि 40% बच्चे द्वितीय श्रेणी में और 7% बच्चे तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं.परिणाम से संतुष्ट नहीं होने वाले बच्चों को एक और मौका जो बच्चे 12वीं के रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है उनके लिए सरकार ने एक और मौका दिया है.स्कूल शिक्षा मंत्री के अनुसार ऐसे बच्चे सितंबर में एग्जाम दे सकते हैं. जिसके लिए 1 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होगा और सितंबर में उन बच्चों का एग्जाम किया जाएगा.12वीं के बाद कॉलेज की चिंतापास होने के बाद तमाम बच्चों की चिंता अब कॉलेज की होती है ऐसे में कॉलेजों में सीटें बढ़ाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग उच्च शिक्षा यानी हायर एजुकेशन विभाग से बातचीत कर इसका समाधान निकाल रहा है. कॉलेजों में सीटें बढ़ाने को लेकर भी सरकार तैयार हो गई है.स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के अनुसार सभी बच्चों को कॉलेजों में एडमिशन मिले इसकी व्यवस्था भी की जा रही है. दसवीं की तरह ही 12वीं में भी मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई है सभी बच्चों को पास किया गया है.मूल्यांकन का आधार12वीं में जिन बच्चों को पास किया गया है उनके मूल्यांकन के आधार को दसवीं के आधार से रिजल्ट बनाया गया है.जिसमें 6 में से 5 जो सब्जेक्ट में बच्चा सबसे ज्यादा अंक लेकर आया था उसके आधार पर बेस्ट ऑफ फाइव के हिसाब से 12वीं का रिजल्ट तैयार किया गया है.

भोपाल। माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित हो गया है. इस बार 52% बच्चे प्रथम श्रेणी में पास हुए हैं.जबकि 40% बच्चे सेकंड डिवीजन और 7% थर्ड डिवीजन में पास हुए हैं. कुल 7,35000 बच्चे इस बार 12वीं के रिजल्ट में पास हुए हैं. स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने रिजल्ट घोषित किया. इस दौरान ईटीवी भारत से खास बातचीत में परिहार ने बताया की कोरोना काल के चलते मध्य प्रदेश में जिस तरह से ऑनलाइन कक्षाएं हुई है. उसके बाद अब सभी बच्चों का रिजल्ट घोषित हो गया है. दसवीं की तरह ही 12वीं में भी किसी भी बच्चे को फेल नहीं किया गया है सभी बच्चे पास किए गए हैं. उन्होंने ईटीवी भारत से exclusive बातचीत में कहा कि अब इन बच्चों को कॉलेज की फिक्र करने क जरूरत नहीं है.

MP बोर्ड रिजल्ट
100% रहा इस बार का रिजल्टमाध्यमिक शिक्षा मंडल में पहली बार ऐसा हुआ है कि दसवीं के बाद 12वीं का रिजल्ट भी 100% घोषित हुआ है.. जिसमें किसी भी बच्चे को फेल नहीं किया गया है. दसवीं के साथी 12वीं में भी सभी बच्चे पास हुए हैं. 52% बच्चे प्रथम श्रेणी में इस बार 12वीं में पास हुए हैं.जबकि 40% बच्चे द्वितीय श्रेणी में और 7% बच्चे तृतीय श्रेणी में पास हुए हैं.परिणाम से संतुष्ट नहीं होने वाले बच्चों को एक और मौका जो बच्चे 12वीं के रिजल्ट से संतुष्ट नहीं है उनके लिए सरकार ने एक और मौका दिया है.स्कूल शिक्षा मंत्री के अनुसार ऐसे बच्चे सितंबर में एग्जाम दे सकते हैं. जिसके लिए 1 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन होगा और सितंबर में उन बच्चों का एग्जाम किया जाएगा.12वीं के बाद कॉलेज की चिंतापास होने के बाद तमाम बच्चों की चिंता अब कॉलेज की होती है ऐसे में कॉलेजों में सीटें बढ़ाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग उच्च शिक्षा यानी हायर एजुकेशन विभाग से बातचीत कर इसका समाधान निकाल रहा है. कॉलेजों में सीटें बढ़ाने को लेकर भी सरकार तैयार हो गई है.स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के अनुसार सभी बच्चों को कॉलेजों में एडमिशन मिले इसकी व्यवस्था भी की जा रही है. दसवीं की तरह ही 12वीं में भी मेरिट लिस्ट जारी नहीं की गई है सभी बच्चों को पास किया गया है.मूल्यांकन का आधार12वीं में जिन बच्चों को पास किया गया है उनके मूल्यांकन के आधार को दसवीं के आधार से रिजल्ट बनाया गया है.जिसमें 6 में से 5 जो सब्जेक्ट में बच्चा सबसे ज्यादा अंक लेकर आया था उसके आधार पर बेस्ट ऑफ फाइव के हिसाब से 12वीं का रिजल्ट तैयार किया गया है.
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