छिंदवाड़ा/भोपाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का खास फोकस एमपी के उन गढ़ों पर है, जोकि कांग्रेस के रहे हैं. अमित शाह ने मार्च में छिंदवाड़ा में सभा की और यहां के लिए अलग रणनीति तैयार करने को कहा. यहां पर पार्टी ने उस कैंडिडेट को उतारा है, जिसने कमलनाथ की लीड को कम करके सिर्फ 25 हजार कर दी, जबकि सरकार कांग्रेस की थी और कमलनाथ उपचुनाव लड़ रहे थे. अब फिर पार्टी ने विवेक (बंटी) साहू को छिंदवाड़ा से उतारा है. बीजेपी का फोकस कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा के साथ ही और भी गढ़ों पर है.
छिंदवाड़ा सीट टारगेट पर : छिंदवाड़ा लोकसभा सीट का जिक्र करें तो सुंदरलाल पटवा को छोड़कर बीजेपी यहां कमलनाथ का तिलिस्म नहीं तोड़ पाई है. जन आशीर्वाद यात्रा के जरिए केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं ने छिंदवाड़ा की 7 सीटों को जीतने का प्लान तैयार किया है. छिंदवाड़ा जिले की सातों सीटों पर भाजपा कब्जा करने को बेताब है. इसके लिए बीजेपी ने बीते दो साल से मुहिम छेड़ी हुई है.
जनता का साथ मिलने का दावा : जिले की जन आशीर्वाद यात्रा के प्रभारी और सांसद राव उदय प्रताप का इस बारे में कहना है कि आदिवासी बाहुल्य इलाके मंडला से गृह मंत्री अमित शाह ने महाकौशल के लिए निकलने वाली जनआशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई. हमारे विधायक न होते हुए भी यहां की जनता ने घरों से निकलकर हमारा स्वागत किया. दूसरी तरफ महिलाओं का हमको बहुत समर्थन मिल रहा है. लाडली बहना योजना का फायदा भी हमारी बहनों को मिल रहा है. उज्जवला योजना के तहत सिलेंडर सस्ते हुए हैं. अब बहनों को शिवराज सरकार 450 रुपए में सिलेंडर देंगी.
सरकार की योजनाएं बता रहे लोगों को : जनआशीर्वाद यात्रा के रथ को रोककर लोगों से संवाद करना और जनता को बताना कि शिवराज सरकार ने आप लोगों को क्या किया और मोदी सरकार ने गरीबों को क्या क्या दिया. ये लोगों को बताया जाता है कि कांग्रेस के दिग्विजय और कमलनाथ ने आपके लिए कुछ नहीं किया. 2003 के पहले बीमारू राज्य था एमपी लेकिन अब विकसित है. बिजली है, पानी है, चिकित्सा सेवाएं हैं. लोगों को रोजगार मिल रहे हैं. बता दें कि बारिश के बाद भी बीजेपी सांसद और अन्य नेता लोगों से आशीर्वाद मांग रहे हैं. युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष अभिलाष पांडे भी कहते हैं कि मेरा छिंदवाड़ा से पुराना नाता है और इस बार आपको बीजेपी को जिताना है. वहीं सांसद राव उदय प्रताप कहते हैं कि आपने जो सांसद चुना है, वो तो आपके क्षेत्र के सवाल तक नहीं पूछते.
वोटों का गैप भर जाएगा : बीजेपी नेताओं का कहना है कि हमारी योजनाओं का लाभ लोगों को मिल रहा है और यही वजह है कि 2023 बीजेपी की सरकार बनेगी. इस बार उन क्षेत्रों में जहां पर हमारे प्रत्याशी की हार का अंतर 4000 से 6000 वोट का था, वहां पर हम जीत दर्ज करेंगे और इस बार पार्टी 165 प्लस का टारगेट पूरा करेगी. सांसद उदय प्रताप कहते हैं कि पिछला मुकाबला देख लीजिए, हमने जो प्रत्याशी उतारा था, उसने कमलनाथ की जीत के अंतर को कम करके सिर्फ 25 हजार पर ला दिया था. अब इस बार हम छिंदवाड़ा जिले की पूरी सीटें जीतेंगे.