भोपाल। मध्यप्रदेश में एक बड़े बैंकिंग फ्रॉड का खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि 6 हजार 524 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है. आईएल एंड एफएस ट्रांसपोस्ट नेटवर्क कंपनी ने इस पूरे मामले में फ्रॉड किया है. कंपनी ने 19 बैंकों को 6 हजार 524 करोड़ का फर्जीवाड़ा किया है.
एमपी में बैंक स्कैम: मध्यप्रदेश में अब तक बैंकिंग फ्रॉड को लेकर हुए सबसे बड़े खुलासे में फर्जी ट्रांजेक्शन और भुगतान कर कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया. 348 कंपनियों के फॉरेंसिक ऑडिट के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ है. इस पूरे मामले में केनरा बैंक के चीफ जनरल मैनेजर की शिकायत पर मामला दर्ज हुआ है. आईएल एंड एफएस ट्रांसपोस्ट नेटवर्क कंपनी के प्रमोटर्स और डायरेक्टर पर केस दर्ज हुआ है. कंपनी मेट्रो रेल सिटी, बस सर्विसेस बार्डर चेक पोस्ट से जुड़ी हुई है. 2017 में कंपनी ने केनरा बैंक से 500 करोड़ का लोन लिया था.
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कई बैंक अधिकारियों मामले दर्ज: केनरा बैंक के अलावा 18 बैंक से 600 करोड़ रुपये लोन के तौर पर लिए. साल 2018 में कंपनी ने खुदको एनपीए घोषित कर दिया था. 2021 में कंपनी के फॉड का खुलासा बैंक ने फॉरेंसिक ऑडिट के बाद किया. ऑडिट में सामने आया कि कंपनी ने सभी बैंकों के सामने खुद को एनपीए घोषित कर दिया है. लोन की रकम को विभिन्न कंपनियों को ट्रांसफर भी किए गए. जांच में पाया गया कि एक टायर बेचने वाली कंपनी से लोहे का सौदा कर दिया गया. मामले में बैंक के अधिकारियों के भी शामिल होने के सबूत मिले हैं.