भोपाल। मध्यप्रदेश में सरकार बनने के विधानसभा का पहले सत्र चल रहा है. विधानसभा में सत्र का आज तीसरा दिन है. पहले दिन से ही जहां सदन में विधायकों का हंगामा जारी है. वहीं तीसरे दिन नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष चुने गए. विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सदन में अभिभाषण दिया. इस अभिभाषण में राज्यपाल ने मोदी सरकार की योजनाओं की जमकर तारीफ की. साथ ही उन्होंने कहा कि संकल्प यात्रा में मोदी की गारंटी का असर दिख रहा है. जहां दूसरों की गारंटी खत्म होती है. वहां से मोदी की गारंटी शुरू होती है.
राज्यपाल के अभिभाषण में लाड़ली बहना का जिक्र नहीं: राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने अपने अभिभाषण में कहा कि मध्य प्रदेश में निष्पक्ष चुनाव संपन्न हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्र सबका साथ-सबका विकास का है. इस मंत्र को नई सरकार ने आत्मसात किया है. पीएम मोदी की गारंटी हर गारंटी को पूरी करने की गारंटी है. राज्यपाल ने अभिभाषण की शुरुआत मोदी सरकार की गारंटियों से शुरू हुई, लेकिन कांग्रेस ने उनके भाषण पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनके अभिभाषण में लाड़ली बहना का कोई जिक्र नहीं है. कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री बाला बच्चन का कहना है की राज्यपाल की अभिभाषण में लाड़ली बहना का जिक्र नहीं है. इसका साफ मतलब है कि अब सरकार इस योजना को बंद करेगी.
विजयवर्गीय बोले सभी योजनाओं का हुआ जिक्र: वहीं बीजेपी ने इसका बचाव करते हुए कहा कि कोई भी योजना बंद नहीं होगी. बीजेपी विधायक कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में सभी योजनाओं का जिक्र है. चाहे वह लाड़ली लक्ष्मी हो, आवास योजना हो या बीजेपी सरकार की अन्य योजनाएं हो सबका जिक्र है. कांग्रेस बेवजह इस मामले को तूल दे रही है. हालांकि कांग्रेस ने बीच-बीच में राज्यपाल के अभिभाषण पर टोका भी. राज्यपाल के अभिभाषण खत्म होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण पूरा पढ़ा माना जायेगा.
नेहरू की तस्वीर हटाने को लेकर सियासत: वहीं दूसरी ओर, विधानसभा से पंडित नेहरू की तस्वीर हटाने को लेकर भी सियासत जारी है. सदन की कार्यवाही से पहले कांग्रेस विधायक नेहरू, गांधी, अंबेडकर, सरदार पटेल की फोटो लेकर गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे. नेहरू की तस्वीर सदन से हटाए जाने का विरोध किया. नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत कांग्रेस विधायकों ने बाबा साहब अमर रहे के नारे लगाए. इसे बाद सदन के अंदर भी तस्वीर हटाने को लेकर भाजपा-कांग्रेस के विधायकों के बीच में बहस हुई. उमंग सिंघार ने कहा कि कोई कमेटी बनाने की जरूरत नहीं है, अध्यक्ष इस पर निर्णय लें.
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद फोटो लगाए जाने पर हंगामा: राज्यपाल का अभिभाषण खत्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अध्यक्ष महोदय से पूछा कि सदन में नेहरू की फोटो हटा दी गई है. दूसरा सरदार वल्लभ भाई पटेल की फोटो भी सदन में लगाई जाए. इस पर भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने आपत्ति दर्ज करते हुए कहा कि यदि आप ऐसा कह रहे हैं तो मध्य प्रदेश से ही अटल बिहारी वाजपेयी आते हैं और वह प्रधानमंत्री रहे हैं, तो उनकी फोटो भी सदन में लगना चाहिए. बहस के बीच कैलाश विजयवर्गीय ने फोटो विवाद पर कमेटी बनाने का सुझाव दिया.
सभी महापुरूषों के चित्र लगाने की मांग: कांग्रेस विधायक रामनिवास रावत ने सभी महापुरुषों के चित्र सदन में लगाने की मांग की. एक तरफ तस्वीर पर सदन में विवाद जारी रहा तो वहीं विश्वास सारंग ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण के बाद इस तरह की बात नहीं होती, दूसरे दिन अपनी बात रखें. विधानसभा में फोटो को लेकर बढ़ते विवाद के बीच भाजपा विधायकों के सुझाव पर विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कमेटी बनाने का फैसला लिया है. अब कमेटी फैसला करेगी कि सदन में किस-किस की फोटो लगना चाहिए.
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मेरी कोशिश होगी अपने दायित्व का निर्वहन कर सकूं: अध्यक्ष की आंसदी पर बैठने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने पक्ष और विपक्ष को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनकी ईमानदारी के साथ यह कोशिश रहेगी कि वे सभी की अपेक्षा के अनुसार अपने दायित्व का निर्वहन कर सकूं. मेरे निर्वाचन के बाद कई सदस्यों ने मेरे संबंध में विचार व्यक्त किए, मुझे नहीं मालूम कि मैं उन विचारों के योग्य हूं अथवा नहीं, लेकिन मैं इतना जरुर जानता हूं कि अगर आपके मन में ऐसा भाव है तो मेरी यह जवाबदेही बनती है कि पूरी ईमानदारी से मैं अपने कर्तव्य का पालन करूं.