भोपाल। विधानसभा सत्र के दूसरे दिन कांग्रेस के आदिवासी विधायक ने सीधी पेशाब कांड का अनोखे ढंग से विरोध जताया. कांग्रेस विधायक फुंदेलाल मार्को आदिवासी टोपी और कंबल का कोट पहनकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने कहा कि सीधी की घटना दिल दहला देने वाली थी. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के नशे में कोई भी कुछ भी कर सकता है, हो सकता है, मेरे ऊपर ही पेशाब कर दें. दिन प्रतिदिन आदिवासियों के साथ घटनाएं घट रही हैं. इसलिए हम लोगों ने सदन में आदिवासी अत्याचार को लेकर चर्चा की मांग की, लेकिन सरकार चर्चा को तैयार नहीं हुई.
खुमरी और कंबल डाला है ताकि बचाव कर सकूं: कांग्रेस विधायक फुंदेलाल मार्को ने कहा कि "सिर पर मैंने जो लगाया है, उसे खुमरी कहते हैं. इसे वैसे तो आदिवासी बारिश से बचाव के लिए पहनते हैं, लेकिन मैंने इसे पेशाब कांड से बचने के लिए पहना है, क्योंकि सत्ता का नशा ही ऐसा होता है. इसके अलावा मैं कंबल ओढ़कर विधानसभा आया हूं, ताकि अपना और अपने समाज का पेशाब कांड से बचाव कर सकूं.
विधानसभा में हुआ जमकर हंगामा: विधानसभा के मॉनसून सत्र में आदिवासी घटनाओं और महाकाल लोक को लेकर जमकर हंगामा हुआ. कांग्रेस ने सत्र के दूसरे दिन भी प्रदेश में आदिवासियों के साथ हो रही घटनाओं को लेकर सदन में स्थगन पर चर्चा कराने की मांग की, लेकिन सदन इसके लिए तैयार नहीं हुआ. स्थगन पर चर्चा न कराए जाने के विरोध में विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया. इसके चलते सदन की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि प्रदेश में आदिवासियों के साथ लगातार अपराधिक घटनाएं घट रही हैं, इसके बाद भी सरकार चर्चा से भागती रही. सरकार आदिवासियों के मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है. यदि गंभीर होती तो सरकार प्रदेश के 2 करोड़ आदिवासियों से जुड़े मुद्दे को लेकर चर्चा जरूरी कराती.