भोपाल। विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दल धार्मिक आयोजनों के जरिए लोगों को प्रभावित करने की कोशिश में जुटे हैं. पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक सचिन यादव अब अपने विधानसभा क्षेत्र कसरावद में 6 दिन की आस्था यात्रा निकालने जा रहे हैं. इस यात्रा में पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरुण यादव भी शामिल होंगे. इस यात्रा में कांग्रेस नेता श्रद्धालुओं के साथ 92 किलोमीटर की पद यात्रा करेंगे. यात्रा 2 अगस्त को पौराणिक देवी आराधना स्थल मां बाघेश्वरी धाम से शुरू होगी. 7 अगस्त को सुबह नर्मदा नदी के किनारे 11 शिवलिंगी आश्रम कठोरा भोईन्दा पर इसका समापना होगा. यह यात्रा 37 गांवों से गुजरेगी.
कांग्रेस विधायक बोले अंचल की खुशहाली के लिए यात्रा: कांग्रेस विधायक सचिन यादव ने बताया कि यह आस्था यात्रा निमाड़ अंचल की खुशहाली के लिए निकाली जा रही है. यह यात्रा 2 अगस्त को सुबह 9 बजे ग्राम सगूर भगूर में मां बाघेश्वरी धाम में पूजन अभिषेक और महाआरती कर शुरू होगी. इसके बाद बलखड़िया होते हुए दोपहर में रेहगांव पहुंचेगी. यहां पर आस्था यात्रियों का भोज होगा. पहले दिन लगभग 22 किमी का सफर तय करते हुए यह आस्था यात्रा अंदड़, मछलगांव, अदलपुरा बड़िया फाटे से बिटनेरा पहुंचेगी. यहां आस्था यात्री भोज कर रात्रि विश्राम करेंगें. दूसरे दिन 3 अगस्त को सुबह बिटनरो से आस्था यात्रा की शुरूआत करेंगें. दूसरे दिन लगभग 19 किमी की पदयात्रा होगी और हीरापुर, मुलठान, डेडगांव, उमरिया होते हुए रात को बोरावां पहुंचेंगे. यहां पर भोजन के बाद आस्था यात्री रात्रि विश्राम करेंगें. तीसरे दिन 4 अगस्त को 14 किमी की आस्था यात्रा और 5 अगस्त को 18 किलोमीटर की पद यात्रा की जाएगी. 6 अगस्त को 15 किमी से अधिक की आस्था पद यात्रा होगी. 7 अगस्त को आस्था यात्रा 4 किमी का सफर तय करके नर्मदा किनारे 11 शिवलिंगी आश्रम कठोरा भोईन्दा पर समाप्त होगी. यहां मां नर्मदा और भगवान भोलेनाथ का पूजन अभिषेक और महाआरती की जाएगी.
चुनावी तैयारियों में जुटी कांग्रेस: कांग्रेस द्वारा निकाली जा रही इस धार्मिक यात्रा को चुनावी तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है. खरगोन जिले की कसरावद विधानसभा क्षेत्र को वैसे कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. पिछले दो चुनाव 2018 और 2013 में सचिन यादव यहां से जीतते आ रहे हैं. दोनों ही चुनाव में उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार आत्माराम पटेल को हराया है. हालांकि 2008 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार आत्मराम पटेल जीते थे. उस वक्त उन्होंने मौजूदा विधायक सचिन यादव के पिता सुभाष यादव को चुनाव हराया था. सुभाष यादव इस सीट से इसके पहले 1993, 1998 और 2003 के विधानसभा चुनाव में जीतते रहे हैं. कांग्रेस का गढ़ होने के बाद भी कांग्रेस विधायक क्षेत्र में अपनी सक्रियता बनाए हुए हैं.