भोपाल। मप्र में भाजपा सरकार की विकास यात्रा निकल रही है. विकास यात्रा के फीडबैक के साथ-साथ जो मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ जनता का गुस्सा सामने आ रहा है, उससे बीजेपी को अब सरकार विरोधी लहर का डर सता रहा है. विकास यात्रा की रोज सीएम शिवराज समीक्षा कर रहे हैं. सभी से कहा जा रहा है आपकी विधानसभा का कोई भी वोटर छूटे नहीं. जो गरीब आपका वोटर हैं, उसका नाम हर हाल में हितग्राही योजना में शामिल करें. सरकार आपकी है लिहाजा वोटर को जितना खुश कर सको करो. सूत्रों के अनुसार ये बात सभी मंत्रियों और विधायकों से कही जा रही है.
मोदी के सहारे शिवराज लगाएंगे अपनी नैया पारः 2023 के चुनावों में अबकी बार 200 पार का नारा फिर बीजेपी ने बुलंद किया है. चुनावों को देखते हुए माना जा रहा है कि बीजेपी की हाईकमान चुनावों में मोदी का चेहरा ही सामने रखकर मैदान में जाएगी. सीएम शिवराज भी अपने हर भाषण में पीएम मोदी का जिक्र करते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि एमपी में पीएम मोदी के सहारे ही शिवराज सरकार अपनी नैया पार लगाएगी.
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एमपी में 23 बार आ चुके हैं पीएम मोदीः जिस तरह से गुजरात में पीएम नरेंद्र मोदी का जादू फिर चला और पार्टी ने वहां ऐतिहासिक जीत हासिल की. इसी को देखते हुए मध्यप्रदेश में बीजेपी ने भी प्लॉन तैयार कर लिया है. सूत्रों के मुताबिक मोदी ही मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी का चेहरा होंगे. पार्टी भी मोदी की योजनाओं का गुणगान कर जनता का दिल जीतने की कोशिश करेगी. मध्यप्रदेश में पीएम मोदी 23 बार दौरा कर चुके हैं. 2014 के बाद पीएम मोदी मध्यप्रदेश की धरती पर 23 बार आ चुके हैं. चुनावी दौरे में तो मोदी आए. इसके साथ ही चुनावों के मौकों को छोड़कर भी पीएम प्रदेश में अलग-अलग समय आ चुके हैं. कहा जा सकता है कि एमपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खूब भाता है. 2018 में अबकी बार शिवराज का नारा जनता ने नकार दिया था और लोगों ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया था.
अब फिर मोदी और शाह के सहारे प्रदेश बीजेपीः जनवरी में इंदौर इन्वेस्टर्स समिट को पीएम मोदी ने वर्चुअली संबोधित किया था. उज्जैन महाकाल कॉरीडोर के लोकार्पण पर पीएम मोदी शामिल हुए थे. इसके पहले कूनो में चीते के लिए मोदी एमपी आए.अब फिर ये जानकारी सामने आ रही है कि बीजेपी सरकार आदिवासियों का फिर से बड़ा समागम करने जा रही है. जिसमें मोदी को न्योता दिया जाएगा. वहीं अमित शाह के दौरे भी मध्यप्रदेश में होते रहे हैं. जबलपुर पहुंचे, इसके बाद वे भोपाल भी पहुंचे थे. सतना में सबरी सम्मेलन में अमित शाह ने शिरकत की है. आने वाले समय में मोदी और अमित शाह की सभाओं पर पार्टी जोर दे रही है. पिछले 2018 के चुनावों में राज्य में अमित शाह ने 25 रैलियों और प्रधानमंत्री ने 10 सभाओं को संबोधित किया था.
ज्योतिरादित्य सिंधिया का चेहरा चुनाव में सामने होः सिंधिया के चलते बीजेपी को फिर से सत्ता में आने का मौका मिला है. जिसका फायदा उन्हें हुआ भी. बीजेपी ने उन्हें केंद्र में मंत्री बनाया और साथ ही प्रदेश में उनके समर्थकों को मंत्री बनाया और जो हार गए थे उन्हें निगम मंडल में एडजस्ट किया गया. हारे हुए चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री दर्जा दे दिया गया. इसके बावजूद सिंधिया समर्थक मंत्री दबी जुबान से बोलते रहे हैं कि सिंधिया का चेहरा आगे किया जाए तो बीजेपी बड़े बहुमत से फिर से सरकार बनाएगी.