भोपाल। एमपी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जुटी हुई हैं. बीजेपी ने अपने चुनाव अभियान समिति का ऐलान कर दिया है, उधर कांग्रेस भी जल्दी ही अपने चुनाव अभियान समिति और स्क्रीनिंग कमेटी का गठन करने जा रही है. इसके लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ 31 जुलाई को नई दिल्ली में पार्टी के सीनियर लीडर्स के साथ बैठक करेंगे. कांग्रेस की रणनीति है कि स्क्रीनिंग कमेटी के गठन के साथ ही पहले चरण में मध्य प्रदेश की 66 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया जाए.
समितियों में क्षेत्रीय संतुलन बनाने की कोशिश: बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी में किसी भी तरह के असंतोष से बचाने के लिए समितियों में क्षेत्रीय संतुलन को साधने की कोशिश करेगी. समितियों में सभी क्षेत्र के सीनियर नेताओं को स्थान दिया जाएगा. हालांकि प्रदेश कांग्रेस के राजनीतिक मामलों की समिति में प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं को रखा गया है. इसी तरह वचन पत्र समिति में भी सभी सीनियर नेताओं को रखा गया है और सभी की सहमति और सुझावों के आधार पर ही वचन पत्र तैयार किया जा रहा है. इसके पहले चरण में किसानों से जुड़े कुछ ऐलान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पिछले दिनों कर चुके हैं. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव अभियान समिति का गठन किया जाना है. इसके अलावा प्रत्याशी चयन के लिए भी समिति गठित की जानी है. दोनों समिति के अध्यक्ष कमलनाथ होंगे. प्रत्याशियों की घोषणा के पहले चुनाव से जुड़ी स्क्रीन कमेटी का गठन किया जाना है. इसके बाद ही उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया जाएगा.
पूर्व मंत्री बोले जल्द होगा उम्मीदवारों की पहली सूची का ऐलान: पूर्व मंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर सज्जन सिंह वर्मा के मुताबिक "मध्यप्रदेश विधानसभा की ऐसी विधानसभा सीटें जो पार्टी के लिए चुनौतीपूर्ण है, ऐसी करीब 66 सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह घूम चुके हैं. वहां बारीकी से एनालिसिस किया जा चुका है और उसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर कमलनाथ को दी जा चुकी है. इसके बाद इन सभी सीटों पर सर्वे भी करा दिया गया है. दिल्ली में होने वाली बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी के गठन को लेकर फैसला किया जाएगा. कमेटी गठित होने के बाद ही पहले चरण में 66 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जाएगा. कांग्रेस कर्नाटक के चुनाव में भी इस प्रयोग को आजमा चुकी है. जिससे पार्टी को बेहतर परिणाम मिले हैं.