भोपाल। मध्य प्रदेश में एक बार फिर मॉनसून की रफ्तार ने तेजी पकड़ ली है. प्रदेश में कई जगह पर बुधवार को भारी बारिश देखने मिली. मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई. वहां 1 दिन में 13 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई है. इसके अलावा प्रदेश के बुरहानपुर में भी भारी बारिश का दौर देखने को मिला है. अभी सक्रिय हुए लोकल वेदर सिस्टम की वजह से मॉनसून ने फिर से तेजी पकड़ ली है. ऐसे में गुरुवार और शुक्रवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है.
एमपी के 21 जिलों में अलर्ट: प्रदेश के 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. राजधानी भोपाल सहित इंदौर, धार, गुना, रतलाम, उज्जैन, खजुराहो, दमोह, सतना और उमरिया में भी भारी बारिश की आशंका जताई गई है. इसके अलावा टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर और सागर जिले में भी तेज बारिश का पूर्वानुमान जताया गया है. मध्य प्रदेश मौसम वैज्ञानिक "अशफाक हुसैन के अनुसार प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को एक स्ट्रांग वेदर सिस्टम सक्रिय होने की वजह से प्रदेश के अधिकांश जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है". बताया गया है कि सागर, शहडोल, ग्वालियर, चम्बल, इंदौर, जबलपुर संभाग में बारिश का दौर देखने को मिलेगा. इसके अलावा वर्तमान में मॉनसून की एक टर्फ लाइन दमोह और रायसेन के ऊपर से गुजर रही है.
कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी: इसके साथ ही गुजरात के तट और उड़ीसा के पास तीन जगह ऊपरी हवा का साइक्लोनिक सर्कुलेशन तैयार हुआ है. जिसके कारण अरब सागर से उसे नमी मिल रही है. जिसके चलते प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और कई जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इसका प्रभाव अगले चार से पांच दिनों तक देखा जाएगा. 5 संभागों में कहीं-कहीं भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी गई है. मध्यप्रदेश मौसम विभाग के एक पूर्व अनुमान के अनुसार प्रदेश में आगामी 24 घंटों में इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ और धार में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इसके अलावा कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भी अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. राजधानी भोपाल के साथ-साथ रायसेन, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, सागर और दमोह में भी बारिश होने की संभावना जताई गई है.