भोपाल। हुजूर क्षेत्र के पिपरिया जाट गांव में होम क्वॉरेंटाइन मरीजों का स्वास्थ्य चेकअप करने गए दो डॉक्टरों के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. डॉक्टरों का आरोप है कि ग्रामीणों ने उन्हें वहां से जाने के लिए धमकाया. जिसके बाद आयुर्वेदिक छात्र संगठन ने मुख्यमंत्री शिवराज को पत्र लिखकर सुरक्षा के इंतजाम किए जाने किए जाने की मांग की है.
डॉक्टर मोहिनी गुप्ता ने बताया कि पिपरिया जाट गांव में उनकी अकेले की ड्यूटी लगाई गई थी और बिना पुलिस प्रोटेक्शन के उन्हें गांव भेजा गया. डॉक्टर मोहिनी ने बताया कि वह एक डॉक्टर के साथ पिपरिया जाट गांव गयी थीं, जब वो लोग गांव पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनके ड्राइवर को पकड़ लिया और गाड़ी की चाबी भी छीन ली.
डॉक्टर ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्रामीणों ने उन पर कुल्हाड़ी और पत्थरों से हमला करने की कोशिश की है. हमले की कोशिश के बाद डॉक्टरों का कहना है कि ग्रामीण कोरोना को हल्के में ले रहे हैं, वे इसे बीमारी भी नहीं समझ रहे, वो डॉक्टरों की भी कोई बात सुनने को तैयार नहीं हैं.
इस विषय को लेकर आयुर्वेदिक छात्र संगठन ने मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है. वहीं छात्र संगठन का कहना है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो प्रदेश के सभी आयुष चिकित्सक काम बंद हड़ताल पर चले जाएंगे.