भोपाल। राजधानी भोपाल में बीबीए कर रही छात्रा सिमरन ने आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या करने से पहले उसने अपने व्हाट्सएप स्टेटस पर लिखा कि आत्महत्या करना कायरों का काम नहीं है. आत्महत्या करने के लिए हिम्मत चाहिए और उसके बाद उसने अपना मोबाइल बंद कर लिया. इस स्टेटस के लिखने के कुछ घंटों बाद उसके एक दोस्त मृदुल शर्मा ने उसका व्हाट्सएप स्टेटस देखा उसने युवती को फोन लगाया, जो स्विच ऑफ आ रहा था. उसके बाद मृदुल उसके घर पहुंचा जहां दरवाजा बाहर से बंद था.
मौत से पहले डाला व्हाट्सएप स्टेटस: काफी देर आवाज देने के बाद जब अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला तो मृदुल ने डायल हंड्रेड को फोन कर मौके पर बुलाया. मौके पर पहुंची डायल हंड्रेड ने कई बार दरवाजा खटखटाया. आवाज लगाई पर जब अंदर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो पुलिस ने दरवाजा तोड़ दिया. कमरे में देखा तो सिमरन ने आत्महत्या कर ली थी. इसी बीच पुलिस को सिमरन का मोबाइल मिला जो कि लॉक था. मोबाइल फोन को चालू करने के बाद भी उसमें पैटर्न लॉक लगा हुआ था. जिसकी वजह से उसे खोलना मुश्किल था. पुलिस ने सिमरन के दोस्त मृदुल से ही पूछताछ की तो उसने बताया कि सिमरन के भाई और पिता की मृत्यु पहले ही हो चुकी है और अभी 2 महीने पहले ही उसकी मां की मृत्यु हो गई है. उसकी एक भाभी और एक भतीजा है जो कि भोपाल में ही कहीं रहते हैं, बाकि रिश्तेदार बाहर रहते हैं, ऐसे में जब कोई करीबी रिश्तेदार घर पर नहीं था तो पुलिस ने उसके दोस्त मृदुल से ही इस पूरे मामले में शिकायत दर्ज करवाई है.
डिप्रेशन में थी युवती: आसपास रहने वाले लोगों से बात करने पर मालूम चला कि सिमरन और उसकी भाभी के बीच में संपत्ति को लेकर कुछ विवाद था. लगातार घर में जो-जो घटनाएं घटित हुई जिसमें पहले सिमरन के पापा और भाई की मृत्यु होना फिर उसकी मां के चले जाने से सिमरन काफी समय से डिप्रेशन में थी. लेकिन पुलिस इन सबके बाद भी इस पूरे मामले को अलग एंगल से देख रही है. पुलिस का मानना है कि इस पूरे मामले में सिमरन के मोबाइल का लॉक खोलने के बाद और कॉल रिकॉर्ड सामने आने के बाद ही इस पूरी घटना की गुत्थी सुलझ पाएगी. घटना घटित होने से पहले क्या हुआ है यह बताने के लिए कोई चश्मदीद गवाह नहीं है. क्योंकि घटना के समय सिमरन घर पर अकेली थी, उसका फोन ही इस पूरे मामले का खुलासा करेगा.