भोपाल। एमपी सरकार में पदस्थ मुख्य सचिव भी बदली जा सकती हैं, चुनाव की आचार संहिता के चलते इकबाल सिंह बैंस की सेवानिवृत्ति पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी वीरा राणा को मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था, लेकिन अब सरकार बन गई है. अब सबसे पहले मुख्यमंत्री मुख्य सचिव को लेकर फैसला लेंगे. वीरा राणा मार्च 2024 में सेवानिवृत्त होंगी, ऐसे में हो सकता है उन्हें मुख्य सचिव बनाकर रखा जाए. अभी वे माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष हैं, इस निर्णय के बाद मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के दायित्व में परिवर्तन भी होगा.
एमपी सीएम कार्यालय में भी होगा बदलाव: मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी, प्रमुख सचिव, सचिव सहित अधिकारियों की पदस्थापना की जाएगी, 20 दिसंबर के पहले कुछ कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक भी बदले जाएंगे. दरअसल 20 दिसंबर से मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण का काम प्रारंभ हो जाएगा, इस दौरान कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, उप निर्वाचन अधिकारी और बूथ लेवल आफिसर के स्थानांतरण चुनाव आयोग की सहमति से ही किए जा सकेंगे.
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वीरा राणा की जगह कोई और लेगा: विधानसभा चुनाव के कारण मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस का कार्यकाल छह-छह महीने दो बार विस्तार किया गया, इनका कार्यकाल 30 नवंबर को समाप्त हुआ था. यह विधानसभा चुनाव के बीच में था और आदर्श आचार संहिता लागू थी, चुनाव आयोग ने अगले सीएस का फैसला किया और वीरा राणा को एमपी के मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया. वीरा राणा 2024 में रिटायर हो रही हैं, ऐसे में तब भी लोकसभा की आचार संहिता लग चुकी होगी, यही वजह है कि वीरा राणा की जगह कोई और लेगा.
अनुराग जैन हो सकते है नए मुख्य सचिव: दिल्ली में बैठे वरिष्ठ आईएएस अनुराग जैन को एमपी बुलाया जा सकता है, उनकी कार्यशैली भी आक्रमक है.