भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉक्टरों के खाली पड़े पांच हजार पदों पर नियुक्तियां जल्द की जाएंगी. इस बात का एलान सीएम शिवराज सिंह ने सोमवार को कोरोना समीक्षा बैठक के दौरान किया. बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि, राज्य में डॉक्टरों के नौ हजार पद स्वीकृत हैं, जिसमें पांच हजार पद अभी भी खाली हैं. इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू करनी चाहिए. अभी डॉक्टरों के कुल नौ हजार पद स्वीकृत हैं, इनमें से चार हजार पद ही भरे हैं.
जानकारी के मुताबिक इस समय मध्यप्रदेश में डॉक्टरों और पैरामेडिकल के 10 हजार से ज्यादा पद खाली हैं, जिसकी वजह से लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देरी से मिल रही हैं. कोरोना वायरस की वजह से डॉक्टरों पर भी अतिरिक्त दबाव बढ़ गया है. 852 फीवर क्लीनिक पर जांच हो रही है, जल्द ही मोबाइल क्लिनिक शुरू हो जाएंगे, ताकि हर गली-मोहल्ले में पहुंचकर जांच की जा सके.
जबलपुर के हालातों पर नजर
जबलपुर में संक्रमण की दर 8.11 हो गई है, जो कि राज्य की पॉजिटिविटी दर 5.87 फीसदी से ज्यादा है. जबलपुर मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय में बिस्तर बढ़ाए जाने के भी निर्देश दिए गए हैं. जबलपुर के साथ-साथ भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, नरसिंहपुर, सागर, उज्जैन, होशंगाबाद, खरगोन, छिंदवाड़ा और मंदसौर में भी विशेष ध्यान दिए जाने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं. जबलपुर के लिए चिंता जताते हुए अब एक विशेष दल गठित कर दिया गया है. प्रदेश का रिकवरी रेट 77.3 प्रतिशत है.