भोपाल। महिला अपराध रोकने के लिए सख्ती और कड़ी सजा के तमाम दावों के बाद भी देश में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटनाएं मध्यप्रदेश में घट रही हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) 2018 की ताजा रिपोर्ट में मध्य प्रदेश बलात्कार के मामले में देश में शीर्ष पर है.
एनसीआरबी की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, रेप के मामलों में मध्यप्रदेश नंबर वन
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2018 की ताजा रिपोर्ट में मध्य प्रदेश में बलात्कार के मामले सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं.
एनसीआरबी की रिपोर्ट
भोपाल। महिला अपराध रोकने के लिए सख्ती और कड़ी सजा के तमाम दावों के बाद भी देश में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटनाएं मध्यप्रदेश में घट रही हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) 2018 की ताजा रिपोर्ट में मध्य प्रदेश बलात्कार के मामले में देश में शीर्ष पर है.
नाबालिगों के साथ ज्यादा हो रही रेप की घटना
मध्यप्रदेश में मासूम बड़ी संख्या में दरिंदगी की शिकार हो रही हैं. साल 2018 में दर्ज हुई रेप की 5,433 घटनाओं में से 2,830 घटनाएं नाबालिगों के साथ घटित हुई हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2018 में 1,353 नाबालिगों के साथ रेप की घटनाएं हुई थी जबकि छत्तीसगढ़ में 1,215 नाबालिग रेप की शिकार हुई. नाबालिग से रेप की घटनाओं को यदि राष्ट्रीय स्तर पर देखा जाए तो मध्यप्रदेश में 30.3 फीसदी घटनाएं हुई है.
एक नजर में एनसीआरबी के आंकड़े
मध्यप्रदेश में 2018 में रेप की 5,433 घटनाएं हुई, जो देश के किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है। मध्यप्रदेश में 2017 में 5,562 और 2016 में 4,882 रेप की घटनाएं घटित हुई थीं. रेप की घटनाओं के मामले में राजस्थान दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है. राजस्थान में 2018 में रेप की 4,335 घटनाएं घटित हुई है जबकि 2017 में 3,305 रेप की घटनाएं हुई थीं. वहीं उत्तर प्रदेश में 2018 में 3,946 रेप की घटनाएं हुई जबकि 2017 में 4,246 रेप की घटनाएं हुई.
कांग्रेस का शिवराज सरकार पर वार
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया है कि खुद को बच्चों का मामा कहने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान लचर कानून व्यवस्था की ये तस्वीर है जो रिपोर्ट के रूप में सामने आई है. कांग्रेस सरकार ऐसी बिगड़ी हुई तमाम व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का काम कर रही है.
नाबालिगों के साथ ज्यादा हो रही रेप की घटना
मध्यप्रदेश में मासूम बड़ी संख्या में दरिंदगी की शिकार हो रही हैं. साल 2018 में दर्ज हुई रेप की 5,433 घटनाओं में से 2,830 घटनाएं नाबालिगों के साथ घटित हुई हैं. बता दें कि उत्तर प्रदेश में 2018 में 1,353 नाबालिगों के साथ रेप की घटनाएं हुई थी जबकि छत्तीसगढ़ में 1,215 नाबालिग रेप की शिकार हुई. नाबालिग से रेप की घटनाओं को यदि राष्ट्रीय स्तर पर देखा जाए तो मध्यप्रदेश में 30.3 फीसदी घटनाएं हुई है.
एक नजर में एनसीआरबी के आंकड़े
मध्यप्रदेश में 2018 में रेप की 5,433 घटनाएं हुई, जो देश के किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है। मध्यप्रदेश में 2017 में 5,562 और 2016 में 4,882 रेप की घटनाएं घटित हुई थीं. रेप की घटनाओं के मामले में राजस्थान दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है. राजस्थान में 2018 में रेप की 4,335 घटनाएं घटित हुई है जबकि 2017 में 3,305 रेप की घटनाएं हुई थीं. वहीं उत्तर प्रदेश में 2018 में 3,946 रेप की घटनाएं हुई जबकि 2017 में 4,246 रेप की घटनाएं हुई.
कांग्रेस का शिवराज सरकार पर वार
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया है कि खुद को बच्चों का मामा कहने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान लचर कानून व्यवस्था की ये तस्वीर है जो रिपोर्ट के रूप में सामने आई है. कांग्रेस सरकार ऐसी बिगड़ी हुई तमाम व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का काम कर रही है.
Intro:भोपाल। महिला अपराध रोकने के लिए सख्ती और कड़ी सजा के तमाम दावों के बाद भी देश में सबसे ज्यादा बलात्कार की घटनाएं मध्यप्रदेश में घट रही हैं नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो 2018 की ताजा रिपोर्ट में मध्य प्रदेश बलात्कार के मामले में देश में शीर्ष पर है। देश के पांचवे सबसे बड़ी जनसंख्या वाले मध्यप्रदेश में 2018 में 5 हजार 433 बलात्कार के मामले सामने आए हैं। जबकि पूरे देश में 2018 में बलात्कार के 33356 मामले सामने आए हैं। 2017 के मुकाबले मध्य प्रदेश में बलात्कार के मामलों में थोड़ी कमी आई है। 2017 में 5562 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए थे।
Body:नाबालिक सबसे ज्यादा हो रही रेप की शिकार
मध्यप्रदेश में नाबालिक भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में मासूम बड़ी संख्या में दरिंदगी की शिकार हो रही है। 2018 में दर्ज हुई रेप की 5433 घटनाओं में से 2830 घटनाएं नाबालिगों के साथ घटित हुई है। नाबालिक से रेप के मामले में मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ से भी बुरी स्थिति में है। उत्तर प्रदेश में 2018 में 1353 नाबालिगों के साथ रेप की घटनाएं हुई थी जबकि छत्तीसगढ़ में 1215 नाबालिग रेप की शिकार हुई थी। नाबालिग से रेप की घटनाओं को यदि राष्ट्रीय स्तर पर देखा जाए तो मध्यप्रदेश में 30.3 फीसदी घटनाएं हुई है। यह अलग बात है कि 2017 के मुकाबले 2018 में रेप की घटनाओं में 3 फ़ीसदी की कमी आई है।
एक नजर में एनसीआरबी के आंकड़े
मध्यप्रदेश में 2018 में रेप की 5433 घटनाएं हुई, जो देश कि किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है। मध्यप्रदेश में 2017 में 5562 और 2016 में 4882 रेप की घटनाएं घटित हुई थी।
रेप की घटनाओं के मामले में राजस्थान दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है। राजस्थान में 2018 में रेप की 4335 घटनाएं घटित हुई है जबकि 2017 में 3305 रेप की घटनाएं हुई थी। वही उत्तर प्रदेश में 2018 में 3946 रेप की घटनाएं हुई जबकि 2017 में 4246 रेप की घटनाएं हुई थी।
कांग्रेस का आरोप शिवराज कार्यकाल की गड़बड़ व्यवस्था को कर रहे ठीक
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया है कि खुद को बच्चों का मामा कहलाने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान लचर कानून व्यवस्था कि यह तस्वीर है जो रिपोर्ट के रूप में सामने आई है। कांग्रेस सरकार ऐसी बिगड़ी हुई तमाम व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का काम कर रही है।
Conclusion:
Body:नाबालिक सबसे ज्यादा हो रही रेप की शिकार
मध्यप्रदेश में नाबालिक भी सुरक्षित नहीं है। प्रदेश में मासूम बड़ी संख्या में दरिंदगी की शिकार हो रही है। 2018 में दर्ज हुई रेप की 5433 घटनाओं में से 2830 घटनाएं नाबालिगों के साथ घटित हुई है। नाबालिक से रेप के मामले में मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ से भी बुरी स्थिति में है। उत्तर प्रदेश में 2018 में 1353 नाबालिगों के साथ रेप की घटनाएं हुई थी जबकि छत्तीसगढ़ में 1215 नाबालिग रेप की शिकार हुई थी। नाबालिग से रेप की घटनाओं को यदि राष्ट्रीय स्तर पर देखा जाए तो मध्यप्रदेश में 30.3 फीसदी घटनाएं हुई है। यह अलग बात है कि 2017 के मुकाबले 2018 में रेप की घटनाओं में 3 फ़ीसदी की कमी आई है।
एक नजर में एनसीआरबी के आंकड़े
मध्यप्रदेश में 2018 में रेप की 5433 घटनाएं हुई, जो देश कि किसी भी राज्य में सबसे ज्यादा है। मध्यप्रदेश में 2017 में 5562 और 2016 में 4882 रेप की घटनाएं घटित हुई थी।
रेप की घटनाओं के मामले में राजस्थान दूसरे और उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर है। राजस्थान में 2018 में रेप की 4335 घटनाएं घटित हुई है जबकि 2017 में 3305 रेप की घटनाएं हुई थी। वही उत्तर प्रदेश में 2018 में 3946 रेप की घटनाएं हुई जबकि 2017 में 4246 रेप की घटनाएं हुई थी।
कांग्रेस का आरोप शिवराज कार्यकाल की गड़बड़ व्यवस्था को कर रहे ठीक
एनसीआरबी की ताजा रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा है.। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने आरोप लगाया है कि खुद को बच्चों का मामा कहलाने वाले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल के दौरान लचर कानून व्यवस्था कि यह तस्वीर है जो रिपोर्ट के रूप में सामने आई है। कांग्रेस सरकार ऐसी बिगड़ी हुई तमाम व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने का काम कर रही है।
Conclusion:
Last Updated : Jan 10, 2020, 7:01 PM IST