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निजी शिक्षण संस्थानों को लाभ पहुंचा रहे अधिकारी, शिक्षक संघ ने की ये मांग - आंदोलन

मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शासकीय स्कूलों की शिक्षा को खत्म कर निजी विश्वविद्यालयों को मजबूत करने का आरोप लगाया है. संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 15 जुलाई से पहले विषय अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति और पदोन्नति के पद भरे जाएं

मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षा विभाग से जताई नाराजगी
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Published : Jul 5, 2019, 12:12 AM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शासकीय स्कूलों की शिक्षा को खत्म कर निजी विश्वविद्यालयों को मजबूत करने का आरोप लगाया है. संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 15 जुलाई से पहले विषय अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति और पदोन्नति के पद भरे जाएं, जिससे शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिल सके.

निजी शिक्षण संस्थानों को लाभ पहुंचा रहे अधिकारी
संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने बताया
  • नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है, लेकिन शिक्षकों की कमी दूर नहीं की जा रही है.
  • मध्यप्रदेश में करीब 92 हजार शिक्षकों की कमी है.
  • 70 फीसदी विद्यालयों में प्राथमिक, माध्यमिक प्रधानाध्यापक एवं हाई स्कूल, हाई सेकेंड्री स्कूल में प्राचार्य के पद खाली हैं.
  • 25 हजार शिक्षक बीएलओ, राज्य शिक्षा केंद्र, लोक शिक्षण संचनालय, जिला शिक्षा केंद्र, बीआरसी कार्यालय, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और प्रशिक्षण केंद्रों के कामों में लगे हैं.
  • 10 साल में अतिथि शिक्षकों भर्ती के नियम 10 बार बदले जा चुके हैं.
  • 15 साल बाद शिक्षा विभाग में तबादला नीति बनाई गई, जिससे शिक्षकों खुश है लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया आक्रोश भी व्याप्त है.
  • एजुकेशन पोर्टल में भी करीब 90 हजार तरह की खामियां हैं.
  • शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.

भोपाल। मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शासकीय स्कूलों की शिक्षा को खत्म कर निजी विश्वविद्यालयों को मजबूत करने का आरोप लगाया है. संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 15 जुलाई से पहले विषय अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति और पदोन्नति के पद भरे जाएं, जिससे शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिल सके.

निजी शिक्षण संस्थानों को लाभ पहुंचा रहे अधिकारी
संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने बताया
  • नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है, लेकिन शिक्षकों की कमी दूर नहीं की जा रही है.
  • मध्यप्रदेश में करीब 92 हजार शिक्षकों की कमी है.
  • 70 फीसदी विद्यालयों में प्राथमिक, माध्यमिक प्रधानाध्यापक एवं हाई स्कूल, हाई सेकेंड्री स्कूल में प्राचार्य के पद खाली हैं.
  • 25 हजार शिक्षक बीएलओ, राज्य शिक्षा केंद्र, लोक शिक्षण संचनालय, जिला शिक्षा केंद्र, बीआरसी कार्यालय, जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और प्रशिक्षण केंद्रों के कामों में लगे हैं.
  • 10 साल में अतिथि शिक्षकों भर्ती के नियम 10 बार बदले जा चुके हैं.
  • 15 साल बाद शिक्षा विभाग में तबादला नीति बनाई गई, जिससे शिक्षकों खुश है लेकिन ऑनलाइन प्रक्रिया आक्रोश भी व्याप्त है.
  • एजुकेशन पोर्टल में भी करीब 90 हजार तरह की खामियां हैं.
  • शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
Intro:मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शासकीय स्कूलों की शिक्षा को समाप्त कर निजी विश्वविद्यालयों को मजबूत करने का आरोप लगाया है संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने मध्य प्रदेश सरकार से मांग की है 15 जुलाई से पहले विषय अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति की जाए पदोन्नति के पद भरे जाएं जिससे शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ मिल सके


Body:मध्य प्रदेश शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शासकीय स्कूलों की शिक्षा को समाप्त कर निजी विश्वविद्यालयों को मजबूत करने का आरोप लगाया है संगठन के अध्यक्ष रामनरेश त्रिपाठी ने बताया कि नया शैक्षणिक सत्र शुरू हो गया है लेकिन इसके बाद भी शिक्षकों की कमी दूर नहीं की जा रही है वर्तमान में मध्यप्रदेश में करीब 92000 शिक्षकों की कमी है वहीं 70% विद्यालयों में प्राथमिक माध्यमिक प्रधानाध्यापक एवं हाई स्कूल हाई सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य के पद रिक्त है इसके अलावा 25000 शिक्षक बीएलओ राज्य शिक्षा केंद्र लोक शिक्षण संचनालय जिला शिक्षा केंद्र बीआरसी कार्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय और प्रशिक्षण केंद्रों के कार्यों में संलग्न है जिनके स्थानों में छात्रों की अध्यापन की व्यवस्था नहीं है 10 वर्षों में अतिथि शिक्षकों के भर्ती के नियम 10 बार बदले जा चुके हैं जिसके चलते अतिथि शिक्षकों की भर्ती शिक्षा क्षेत्र के प्रारंभ से ना होकर सितंबर से लेकर दिसंबर तक के माह में की गई 15 वर्ष बाद शिक्षा विभाग में स्थानांतरण नीति वर्तमान सरकार ने बनाई जिससे शिक्षकों में हर्ष व्याप्त रहा लेकिन यदि ऑनलाइन प्रक्रिया होने से शिक्षकों में व्यापक आक्रोश है वही एजुकेशन पोर्टल में भी करीब 90000 खामियां हैं जहां पद खाली हैं वहां भरे दिख रहे हैं और जहां भरे हैं वह खाली दिखाई दे रहे हैं इसके साथ ही युक्तिकरण की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि कबीर कनिष्ठ शिक्षकों को हटाया जाता है तो कभी वरिष्ठ शिक्षकों को...

मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारियों ने शासन से मांग की है कि 15 जुलाई से पहले विषय अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति की जाए पदोन्नति के पद भरे जाएं प्रमोद 30 शिक्षकों को पदोन्नति का लाभ दिया जाए नहीं तो वह आंदोलन करने पर विवश हो जाएंगे...

बाइट रामनरेश त्रिपाठी कांग्रेस शिक्षक संघ


Conclusion:मध्य प्रदेश शिक्षक कांग्रेस ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर शासकीय स्कूलों की शिक्षा को समाप्त कर निजी विश्वविद्यालय को मजबूत करने का आरोप लगाया है शिक्षक कांग्रेस ने सरकार से मांग की है कि 15 जुलाई से पहले विषय अनुसार शिक्षकों की नियुक्ति की जाए पदोन्नति के पद भरे जाएं अतः शिक्षक कांग्रेस उग्र आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएगा
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