भोपाल। कोरोना वायरस के खतरे और लॉकडाउन के कारण मध्य प्रदेश में मार्च के महीने से ही खेल गतिविधियां पूरी तरह से बंद हैं. खिलाड़ी अपने-अपने घरों में रहकर ही अभ्यास कर रहे हैं. लेकिन ज्यादा समय तक खिलाड़ियों का मैदान या कोर्ट में आकर अभ्यास न कर पाना उनके खेल के लिए नुकसानदेह भी साबित हो रहा है, जिसे देखते हुए अब मध्यप्रदेश खेल विभाग ने खेलों और खिलाड़ियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है.
जारी गाइडलाइन के मुताबिक रेड जोन में खेल गतिविधियां पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगी तो वही ग्रीन जोन में कुछ शर्तों के साथ इन्हें शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही खेलों को चार समूहों में बांटा गया है.
- अ - समूह में तीरंदाजी, एथलेटिक्स, शूटिंग, बैडमिंटन, टेनिस, साइकलिंग, फेसिंग, गोल्फ, वेटलिफ्टिंग और टेबल टेनिस को रखा गया है. इन खेलों के प्रशिक्षण स्थल खिलाड़ियों की अधिकतम संख्या 10 रहेगी.
- ब - समूह में बास्केटबॉल, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, क्रिकेट को शामिल किया गया है. टीम में खेले जाने वाले इन खेलों के मैदान को चार भागों में बैठकर ही अभ्यास किया जाएगा. मैदान में खिलाड़ियों की अधिकतम संख्या 12 रहेंगी.
- स - समूह में बॉक्सिंग कुश्ती, जूडो, ताइक्वांडो, कराटे, विशु, मलखंब खेल को शामिल किया गया है. खेलों में खिलाड़ियों के सीधे संपर्क को रोकने के लिए खिलाड़ियों को आपस में अभ्यास करने की अनुमति नहीं है. यहां पर खिलाड़ियों की अधिकतम संख्या 12 रहेगी. इसी तरह का समूह में वाटर स्पोर्ट्स को शामिल किया गया है. इनके प्रशिक्षण स्तर पर खिलाड़ियों की अधिकतम संख्या 10 रहेगी. कैनोइंग, रोइंग और सेलिंग में एक बोट में एक ही खिलाड़ी अभ्यास कर सकता है इन खेलों में भी स्विमिंग प्रतिबंध रहेगी.
खेल परिसर में हॉटस्पॉट क्षेत्र के खिलाड़ियों का प्रवेश मना रहेगा. खेल परिसर में केवल खिलाड़ियों को ही आने की अनुमति होगी, दर्शकों या अभिभावकों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही सभी खिलाड़ियों को आरोग्य सेतु एप इंस्टॉल करना होगा.
खेल परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन पूरी तरह से किया जाएगा. खिलाड़ियों को अब से अपनी व्यक्तिगत किट साथ में लाना होगा. बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जाएगा और खेलते समय भी मास्क पहनना जरूरी होगा.
खेल परिसर में आने से पहले सभी खिलाड़ियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और यदि किसी खिलाड़ी में कोविड-19 के लक्षण दिखते हैं तो उसकी सूचना स्टेडियम प्रशासन को देना जरूरी होगा. बता दें कि मध्य प्रदेश में सभी खेल गतिविधियां 31 मई तक के लिए प्रतिबंधित की गई हैं. यह नई गाइडलाइन जब खिलाड़ी वापस अभ्यास पर लौटेंगे तब से लागू की जाएगी.