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मध्य प्रदेश कैबिनेट गठन में दिखी लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति, बीजेपी ने ऐसे साधा जातिगत समीकरण

मध्यप्रदेश की मोहन सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हो गया. मंत्रिमंडल के गठन में जातिगत समीकरणों का विशेष ध्यान रखा गया है. दरअसल, कुछ माह बाद होने जा रहे लोकसभा चुनाव 2023 के मद्देनजर बीजेपी ने बड़े सलीके से जमावट की है. शपथ लेने वाले कुल 28 मंत्रियों में सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व दिया गया है. हालांकि कैबिनेट के गठन में क्षेत्रीयता का मामला कुछ कमजोर दिख रहा है. MP cabinet Caste equation

Madhya Pradesh cabinet formation Strategy for Lok Sabha elections
एमपी कैबिनेट गठन में लोकसभा चुनाव 2024 की रणनीति
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 25, 2023, 5:45 PM IST

Updated : Dec 25, 2023, 10:06 PM IST

भोपाल। मध्यप्रदेश में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया. विधानसभा चुनाव परिणाम में मिली प्रचंड जीत के 22 दिन बाद कैबिनेट गठित हो सकी है. 13 दिसंबर को सीएम व दो डिप्टी सीएम की शपथ के बाद इस बात पर सभी की नजरें थीं कि मंत्री कौन-कौन बनेगा. अब इससे परदा उठ चुका है. इस प्रकार कुल 18 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री की तो 10 विधायकों ने राज्यमंत्री की शपथ ली. मंत्रिमंडल में 11 ओबीसी, 9 जनरल के अलावा 4-4 क्रमशः एससी व एसटी वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं. इस मंत्रिमंडल के गठन से ये साफ हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने एक-एक कदम सोच-समझकर उठाया है. MP cabinet Caste equation

इन OBC विधायकों को बनाया मंत्री : चुनाव में ओबीसी वर्ग काफी अहम भूमिका निभाता है. इस मामले को कांग्रेस लगातार उठा रही है, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी समेत सभी कांग्रेसियों ने जातिगत जनगणना का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था. कांग्रेस के जातिगत मुद्दे की काट के लिए बीजेपी ने ओबीसी को प्राथमिकता दी है. इसलिए 28 में से 11 मंत्री ओबीसी वर्ग से बनाए गए हैं. ये हैं प्रह्लाद पटेल, कृष्णा गौर, इंदर सिंह परमार, नरेंद्र शिवजी पटेल, लखन पटेल, एंदल सिंह कंसाना, नारायण सिंह कुशवाहा, धर्मेंद्र लोधी, नारायण पवार, राव उदय प्रताप, धर्मेंद्र लोधी. बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव खुद ओबीसी वर्ग से आते हैं. MP cabinet Caste equation

MP cabinet Caste equation
एमपी कैबिनेट गठन में जातीय समीकरण

सामान्य वर्ग से ये मंत्री : सामान्य वर्ग को बीजेपी का हार्डकोर वोट बैंक माना जाता है. सामान्य वर्ग में ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय और कायस्थ आते हैं. एमपी में इनकी कुल आबादी करीब 20 परसेंट से ज्यादा मानी जा रही है. ये करीब-करीब पूरा वोट बैंक बीजेपी के खाते में जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश कैबिनेट में विश्वास सारंग, राकेश सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, चेतन्य कश्यप, राकेश शुक्ला, हेमंत खंडेलवाल, दिलीप जयसवाल को सामान्य वर्ग के कोटे से जगह दी गई है. MP cabinet Caste equation

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एससी-एसटी को उम्मीद से कम जगह : मध्यप्रदेश कैबिनेट में अनुसूचित जनजाति के मंत्री हैं- राधा सिंह, सम्पतिया उइके, विजय शाह, निर्मला भूरिया. इसके अलावा एसटी से अनुसूचित जाति से तुलसी सिलावट, प्रतिमा बागरी, गौतम टेंटवाल, दिलीप अहिरवार को मंत्री बनाया गया है. बता दें कि मोहन यादव की टीम ने पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल छह सदस्यों को जगह मिली है. कई पूर्व मंत्रियों का पत्ता काट दिया गया है. गौरतलब है कि एससी-एसटी वर्ग की राजनीति के बगैर कोई भी दल आगे नहीं बढ़ सकता. इन दोनों की आबादी किसी की भी सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाती है. हालांकि इन दोनों वर्गों को उतनी जगह नहीं मिली, जिसके वे हकदार थे. MP cabinet Caste equation

भोपाल। मध्यप्रदेश में बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया. विधानसभा चुनाव परिणाम में मिली प्रचंड जीत के 22 दिन बाद कैबिनेट गठित हो सकी है. 13 दिसंबर को सीएम व दो डिप्टी सीएम की शपथ के बाद इस बात पर सभी की नजरें थीं कि मंत्री कौन-कौन बनेगा. अब इससे परदा उठ चुका है. इस प्रकार कुल 18 विधायकों ने कैबिनेट मंत्री की तो 10 विधायकों ने राज्यमंत्री की शपथ ली. मंत्रिमंडल में 11 ओबीसी, 9 जनरल के अलावा 4-4 क्रमशः एससी व एसटी वर्ग से मंत्री बनाए गए हैं. इस मंत्रिमंडल के गठन से ये साफ हो गया है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने एक-एक कदम सोच-समझकर उठाया है. MP cabinet Caste equation

इन OBC विधायकों को बनाया मंत्री : चुनाव में ओबीसी वर्ग काफी अहम भूमिका निभाता है. इस मामले को कांग्रेस लगातार उठा रही है, मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राहुल गांधी समेत सभी कांग्रेसियों ने जातिगत जनगणना का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था. कांग्रेस के जातिगत मुद्दे की काट के लिए बीजेपी ने ओबीसी को प्राथमिकता दी है. इसलिए 28 में से 11 मंत्री ओबीसी वर्ग से बनाए गए हैं. ये हैं प्रह्लाद पटेल, कृष्णा गौर, इंदर सिंह परमार, नरेंद्र शिवजी पटेल, लखन पटेल, एंदल सिंह कंसाना, नारायण सिंह कुशवाहा, धर्मेंद्र लोधी, नारायण पवार, राव उदय प्रताप, धर्मेंद्र लोधी. बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव खुद ओबीसी वर्ग से आते हैं. MP cabinet Caste equation

MP cabinet Caste equation
एमपी कैबिनेट गठन में जातीय समीकरण

सामान्य वर्ग से ये मंत्री : सामान्य वर्ग को बीजेपी का हार्डकोर वोट बैंक माना जाता है. सामान्य वर्ग में ब्राह्मण, वैश्य, क्षत्रिय और कायस्थ आते हैं. एमपी में इनकी कुल आबादी करीब 20 परसेंट से ज्यादा मानी जा रही है. ये करीब-करीब पूरा वोट बैंक बीजेपी के खाते में जाता है. इसी को ध्यान में रखते हुए मध्यप्रदेश कैबिनेट में विश्वास सारंग, राकेश सिंह, गोविंद सिंह राजपूत, प्रद्युम्न सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, चेतन्य कश्यप, राकेश शुक्ला, हेमंत खंडेलवाल, दिलीप जयसवाल को सामान्य वर्ग के कोटे से जगह दी गई है. MP cabinet Caste equation

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Last Updated : Dec 25, 2023, 10:06 PM IST
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