भोपाल। राज्य प्रशासनिक सेवा ने राज्य पुलिस सेवा के कर्मचारी अधिकारियों की तरह अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर, तहसीलदार और दूसरे कर्मचारियों को कर्मवीर योद्धा पदक दिए जाने की मांग की है. राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने सीएम को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना संक्रमण काल के दौरान ड्यूटी करते हुए प्रशासनिक सेवा संघ के कई कर्मचारी अधिकारी संक्रमित हो गए, कुछ राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की मौत भी हो गई, इसलिए सराहनीय और उत्कृष्ट कार्य के लिए कर्मवीर योद्धा पद से उन्हें भी सम्मानित किया जाना चाहिए.
पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का होना है सम्मान
गृह विभाग, शिक्षा विभाग और चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कोरोना काल में ड्यूटी करने वाले पुलिस, होमगार्ड के जवानों, अफसरों और स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित करने का फैसला किया है. इन अधिकारी कर्मचारियों को इसी महीने सम्मानित किया जाएगा.
राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने जताई आपत्ति
कोरोना योद्धाओं के सम्मान समारोह पर राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने अपनी आपत्ति जताई है. संघ की महासचिव मलिका निगम नागर ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना काल के दौरान प्रवासी मजदूरों के पलायन से लेकर तमाम तरह की व्यवस्थाएं कराने में राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कर्मचारियों ने तमाम काम किए हैं. यहां तक की कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत होने पर अंत्येष्टि जैसे कामों में भी अपर कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इसके बाद भी पुलिस और नगर सेवा के अधिकारी कर्मचारियों को ही कर्मवीर योद्धा पद से सम्मानित करने का निर्णय क्यों लिया गया. यह सम्मान राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी कर्मचारियों को भी मिलना चाहिए.