भोपाल। 3 दिन पहले ही ईटीवी भारत ने मध्यप्रदेश के पूर्व कृषि निदेशक के हवाले से टिड्डियों का हमला होने की चेतावनी जारी की थी, लेकिन सरकारी प्रयासों में कमी के चलते टिड्डियों ने मध्यप्रदेश के कई इलाकों में फिर चहलकदमी शुरू कर दी है. आलम ये है कि राजधानी भोपाल के आसमान पर भी टिड्डियों ने डेरा जमा लिया है. रविवार शाम से राजधानी में टिड्डियों का आना शुरू हो गया था और सोमवार सुबह से ही राजधानी भोपाल के कई इलाकों में टिड्डियों के डेरा जमाने की खबर मिली थी, लेकिन मंगलवार सुबह करीब 11 बजे राजधानी भोपाल के आसमान पर टिड्डियों ने डेरा जमा लिया, आसमान पर टिड्डी ही टिड्डी नजर आ रहे हैं. फिलहाल किसानों को ज्यादा नुकसान होने की आशंका नहीं है, फिर भी टिड्डियों पर काबू न किए जाने को लेकर किसान नाराज बताए जा रहे हैं. किसान संगठनों का कहना है कि, लगातार सूचना मिलने के बाद भी सरकार टिड्डियों से निपटने के लिए समुचित प्रयास नहीं कर रही है.
वापस लौटा टिड्डी दल-
दरअसल मई माह में राजस्थान से शुरू हुआ टिड्डियों का हमला मध्यप्रदेश होते हुए छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ गया था. कृषि विशेषज्ञों ने फिर से दोबारा हमले होने की आशंका जताई थी. कृषि विशेषज्ञों का कहना था कि, टिड्डियों ने रात के समय जिन इलाकों में डेरा जमाया होगा, वहां पर उन्होंने काफी संख्या में अंडे दिए होंगे और अगर उन्हें नष्ट नहीं किया गया, तो आने वाली खरीफ की फसल के समय पर टिड्डी दल फिर हमला कर सकते हैं. हाल ही में मध्यप्रदेश के पूर्व कृषि निदेशक जीएस कौशल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में चिंता जताई थी और सरकार के प्रयासों पर सवाल खड़े किए थे.
भोपाल में भी टिड्डियों का आतंक-
पूर्व कृषि निदेशक जीएस कौशल का कहना है कि, अगर सरकार ने समय रहते टिड्डियों के अंडों को नष्ट नहीं किया, तो आगे ये बड़ी परेशानी बनेगी, जो किसानों के लिए कहर साबित होगी. उन्होंने कहा कि, सरकार ने जोर-शोर से कहा था कि, इंग्लैंड से स्प्रे मंगाए गए हैं, लेकिन टिड्डी दल फिर एक बार आ गया है और स्प्रे का अभी तक पता नहीं चला है. अब हालत ये है कि, राजधानी में मंत्रालय और शहर के कई इलाकों के आसमान पर टिड्डी दल छाए हुए हैं और किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ रही हैं.
टिड्डियों के हमले से किसान परेशान-
भारतीय किसान यूनियन के मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अनिल यादव ने टिड्डी दल के हमले को लेकर चिंता जताई है. उनका कहना है कि, टिड्डी दल लगातार बार-बार हमले कर रहा है, लेकिन सरकार को बिल्कुल चिंता नहीं है. प्रदेश का किसान पहले ही अपनी फसल की बर्बादी को लेकर परेशान है और अगर टिड्डी दल भी इस तरह से हमले करते रहे, तो आने वाली खरीफ की फसल बर्बाद हो जाएगी. किसान को हाल ही में हुई गेहूं की खरीदी में अपनी फसल का उचित दाम भी नहीं मिला और मूंग की खरीदी भी शुरू नहीं हुई और टिड्डी दल का हमला लगातार जारी है.