भोपाल। हनीट्रैप केस में फंसे आईएएस अधिकारी पीसी शर्मा मीणा की एक चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. इस चिट्ठी में उन्होंने मुख्य सचिव से मिलने का वक्त मांगा है. खास बात ये है कि चिट्ठी में मीणा ने खुद की जान को खतरा बताया है. उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि एसआईटी ने अदालत में जो चालान प्रस्तुत किया है, उसमें एक बयान में मुझे ब्लैकमेल कर ₹20 लाख की लेनदेन की बात की गई है. जो झूठ है और भ्रामक है और इस मामले में वो पूरी जानकारी मुख्य सचिव को देना चाहते हैं.
ये लिखा है चिट्ठी में -
सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस चिट्ठी में एसीएस मीणा ने लिखा है कि, मेरे खिलाफ षड्यंत्र रचा गया है. करीब छह महीने पहले एक वायरल वीडियो से मेरी छवि को बिगाड़ने की कोशिश की गई. जिसकी सूचना प्रमुख सचिव गृह को देकर इस फर्जी वीडियो की जांच कराने की मांग की थी. पद की गरिमा को ध्यान में रखते हुए अब तक मैं चुप था, लेकिन हाल ही में हनीट्रैप की जांच के लिए बनी एसआईटी ने अदालत में प्रस्तुत चालान में एक बयान का जिक्र किया. जिसमें एक मीडिया कर्मी वीरेंद्र शर्मा के माध्यम से ब्लैकमेलिंग कर 20 लाख रुपए के लेन-देन की बात की गई है. जो गलत और भ्रामक है. इसके बाद मेरी सुरक्षा को ना सिर्फ खतरा पैदा हो गया है, बल्कि पूरा परिवार और मैं मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं.
पीसी मीणा वही आईएएस अधिकारी हैं, जिनका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद सबसे पहले हनीट्रैप केस का खुलासा हुआ था. जब मीणा से इस चिट्ठी के बारे जानने के लिए उनका फोन लगाया तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया.
नोट:- ईटीवी भारत सोशल मीडिया में वायरल आईएसएस अधिकारी की इस चिट्ठी की पुष्टि नहीं करता है.