भोपाल। राजधानी के पास ही सरकारी जमीन पर भू -माफियाओं के द्वारा धड़ल्ले से जमीन पर न केवल कब्जा कर लिया गया है, बल्कि वहां पर 2 मंजिला बिल्डिंग भी खड़ी कर दी गई है. जिसके बाद मामला जानकारी में आने के बाद इस अतिक्रमण को तोड़ने की कार्रवाई शनिवार सुबह ही शुरू हो गई थी, जो देर रात तक जारी रही है.
मामले को गंभीरता से लेते हुए अब प्रशासन ने गलत जानकारी देने और प्रशासन को गुमराह करने के चलते स्थानीय पटवारी ममता झामोरिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. कलेक्टर अविनाश लावनिय के निर्देश पर भोरी गांव में आयशर के सामने 1 बीघा शासकीय जमीन मुक्त कराई गई है, इसके साथ ही 5 हजार वर्ग फीट में बन रहे दो मंजिला मकान को एसडीएम हुजूर क्षितिज शर्मा के नेतृत्व में तोड़ा गया है.
एसडीएम ने जानकारी देते हुए कहा, कि इस मामले में शिकायत मिली थी, कि शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर बिल्डिंग बनाई जा रही है. मौके पर जाकर जांच के दौरान पाया गया, कि जमीन पर बिल्डिंग बनाई गई, वो शासकीय जमीन है, और लगभग 1 बीघा जमीन पर बाउंड्री वाल कर 5 हजार वर्ग फीट में दो मंजिला बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है. जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए अवैध बिल्डिंग को जेसीबी से तोड़ा गया.
आपको बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र भोंरी की जिस जमीन को अतिक्रमण मुक्त किया गया है, वहां पर दो मंजिला स्कूल लगभग बनकर तैयार हो चुका था और ताज्जुब की बात है कि स्थानीय प्रशासन के द्वारा इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को नहीं दी गई. यहां तक की जब इस जमीन की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए पुराने दस्तावेज को खंगाला गया, तो उसमे भी स्थानीय पटवारी के द्वारा हेरफेरी की गई. फिलहाल मामले में प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए पटवारी को भी निलंबित कर दिया है.
प्रशासन की टीम ने 3 महीनों में कई शासकीय भूमि पर हुए कब्जों को हटाया है, इसके अलावा प्रशासन पुलिस और नगर निगम की टीम इस तरह के अतिक्रमण को लगातार चिन्हित करने का काम भी कर रही है.