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अपने ही विधायकों पर है सीएम कमलनाथ की खुफिया नजर,बीजेपी ने कहा- सच हुई अमित शाह की भविष्यवाणी - भोपाल

मोबाइल लोकेशन के अलावा इंटेलिजेंस के जरिए कमलनाथ अपने ही 120 विधायकों पर लगातार खुफिया नजर गड़ाए हुए हैं. इन खबरों को लेकर बीजेपी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कमलनाथ बुरी तरह डरे हुए हैं, वहीं कांग्रेस का कहना है कि हमें अपने विधायकों पर पूरा विश्वास है.

सीएम कमलनाथ की विधायकों पर खुफिया नजर
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Published : Jun 4, 2019, 10:54 PM IST

भोपाल। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कमलनाथ सरकार को गिरने की अटकलों के बीच चर्चा है कि कमलनाथ अपने विधायकों पर खुफिया नजर रख रहे हैं. मोबाइल लोकेशन के अलावा इंटेलिजेंस के जरिए कमलनाथ अपने ही 120 विधायकों पर लगातार खुफिया नजर गड़ाए हुए हैं. इन खबरों को लेकर बीजेपी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कमलनाथ बुरी तरह डरे हुए हैं, वहीं कांग्रेस का कहना है कि हमें अपने विधायकों पर पूरा विश्वास है.

सीएम कमलनाथ की विधायकों पर खुफिया नजर

मध्यप्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस की सरकार डरी हुई है. कमलनाथ लोकसभा के परिणाम से बुरी तरह से डर गए हैं, इसलिए उन्हें अपनों पर विश्वास नहीं है, नेताओं का आपस में भरोसे का संकट है. एक दूसरे पर खुफिया एजेंसी के द्वारा निगरानी करवाना वाकई में कांग्रेस का वह दौर शुरू हो गया है, जिसमें वे बाहर करने के लिए एक-दूसरे के पीछे पड़े हुए हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के 23 मई के परिणाम के बाद कमलनाथ की कुर्सी के पाए हिलने शुरू होने वाले बात सच हो रही है.

मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने इस बात को नकार दिया है. उनका कहना है कि कांग्रेस को इस तरह की कोई आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस को उनके विधायकों पर पूरा विश्वास है. 120 विधायकों के हस्ताक्षर वाला प्रस्ताव हमारे पास है. इसके साथ ही उन्होंने यह कहा कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को पद और पैसों का प्रलोभन दे रही है, लेकिन हमारे विधायकों और मंत्रियों और निर्दलीय विधायकों सहित सपा-बसपा के विधायकों पर हमें पूरा विश्वास है. वो किसी प्रलोभन में नहीं आएंगे और कांग्रेस को उनका समर्थन मिलता रहेगा.

भोपाल। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद कमलनाथ सरकार को गिरने की अटकलों के बीच चर्चा है कि कमलनाथ अपने विधायकों पर खुफिया नजर रख रहे हैं. मोबाइल लोकेशन के अलावा इंटेलिजेंस के जरिए कमलनाथ अपने ही 120 विधायकों पर लगातार खुफिया नजर गड़ाए हुए हैं. इन खबरों को लेकर बीजेपी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कमलनाथ बुरी तरह डरे हुए हैं, वहीं कांग्रेस का कहना है कि हमें अपने विधायकों पर पूरा विश्वास है.

सीएम कमलनाथ की विधायकों पर खुफिया नजर

मध्यप्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस की सरकार डरी हुई है. कमलनाथ लोकसभा के परिणाम से बुरी तरह से डर गए हैं, इसलिए उन्हें अपनों पर विश्वास नहीं है, नेताओं का आपस में भरोसे का संकट है. एक दूसरे पर खुफिया एजेंसी के द्वारा निगरानी करवाना वाकई में कांग्रेस का वह दौर शुरू हो गया है, जिसमें वे बाहर करने के लिए एक-दूसरे के पीछे पड़े हुए हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के 23 मई के परिणाम के बाद कमलनाथ की कुर्सी के पाए हिलने शुरू होने वाले बात सच हो रही है.

मध्यप्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने इस बात को नकार दिया है. उनका कहना है कि कांग्रेस को इस तरह की कोई आवश्यकता नहीं है. कांग्रेस को उनके विधायकों पर पूरा विश्वास है. 120 विधायकों के हस्ताक्षर वाला प्रस्ताव हमारे पास है. इसके साथ ही उन्होंने यह कहा कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को पद और पैसों का प्रलोभन दे रही है, लेकिन हमारे विधायकों और मंत्रियों और निर्दलीय विधायकों सहित सपा-बसपा के विधायकों पर हमें पूरा विश्वास है. वो किसी प्रलोभन में नहीं आएंगे और कांग्रेस को उनका समर्थन मिलता रहेगा.

Intro:भोपाल। लोकसभा चुनाव परिणाम के बाद और बीजेपी से लगातार मिल रही कमलनाथ सरकार को गिराने की धमकियों के बाद चर्चा है कि कमलनाथ अपने विधायकों पर खुफिया नजर रख रहे हैं। सियासी हलकों में चर्चा है कि मोबाइल लोकेशन के अलावा इंटेलिजेंस के जरिए कमलनाथ अपने ही 120 विधायकों पर लगातार खुफिया नजर गड़ाए हुए हैं। इन खबरों को लेकर बीजेपी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद कमलनाथ बुरी तरह डरे हुए हैं। हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा था कि 23 मई के बाद कमल नाथ की कुर्सी के पाए हिलने लगेंगे और कमलनाथ की हरकतों से पता चल रहा है कि वाकई में उनकी कुर्सी के पाए हिलने लगे हैं। वहीं कांग्रेस का कहना है कि हमें अपने विधायकों पर पूरा विश्वास है और हमें ऐसा करने की जरूरत नहीं है।भाजपा जरूर पैसे और पद का प्रलोभन दे रही है। लेकिन उसे सफलता हासिल नहीं होगी।


Body:इन खबरों को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल का कहना है कि कांग्रेस की सरकार डरी हुई है। कमलनाथ लोकसभा के परिणाम से बुरी तरह से डर गए हैं। इसलिए उन्हें अपनों पर विश्वास नहीं है।नेताओं का आपस में भरोसे का संकट है। एक दूसरे पर खुफिया एजेंसी के द्वारा निगरानी करवाना, मुझे लगता है कि वाकई में कांग्रेस का वह दौर शुरू हो गया है।जिसमें एक दूसरे के पीछे बाहर करने के लिए पड़े हुए हैं। आने वाले समय में देखिएगा, जो हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह कहा करते थे कि 23 मई के परिणाम के बाद कमलनाथ की कुर्सी के पाए हिलने शुरू हो जाएंगे। तो उनकी हरकत यह बता रही है, उनकी निगरानी की फितरत बता रही है। कि वह पाए हिलना शुरू हो गए हैं।


Conclusion:वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा का कहना है कि कांग्रेस को इस तरह की कोई आवश्यकता नहीं है। हमें हमारे विधायकों पर पूरा विश्वास है। 120 विधायकों के हस्ताक्षर वाला प्रस्ताव हमारे पास है। हां यह सच है कि भाजपा उन्हें पद और पैसों का प्रलोभन दे रही है। लेकिन हमारे विधायकों और मंत्रियों और निर्दलीय विधायकों सहित सपा बसपा के विधायकों पर हमें पूरा विश्वास है, वो किसी प्रलोभन में नहीं आएंगे और कांग्रेस को उनका समर्थन मिलता रहेगा।
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