भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश को संबोधित करते हुए वीर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए कहा कि हम सभी असंख्य महापुरूषों के कर्जदार हैं. पिछले 76 सालों में देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं, इन सालों की देश की सबसे बड़ी उपलब्धि रही है. एक स्वतंत्र और निष्पक्ष लोकतंत्र की स्थापना, लेकिन आज इसी लोकतंत्र पर हमला हो रहा है, हमें इस हमले का डटकर मुकाबला करना है. कमलनाथ ने बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, बढ़ते कर्ज को मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी बुराई बताया और इसके लिए प्रदेश की शिवराज सरकार को जिम्मेदार ठहराया. कमलनाथ ने लोगों से अपील की है कि प्रदेश के सभी नागरिक अपने वोट की ताकत से इस बुराई को खत्म करने का काम करें.
कमलनाथ ने गिनाई प्रदेश की बुराई की जड़ें: कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर प्रदेश को संबोधित करते हुए कहा कि "यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन महान योद्धाओं को याद करें, जिनके संघर्ष से हमें आजादी मिली. हम 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के वीरों महारानी लक्ष्मीबाई, वीरांगना झलकारी बाई, तात्या टोपे, बादशाह बहादुर शाह जफर और मंगल पांडे जैसे शहीदों के कर्जदार हैं. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसे असंख्य महापुरुषों को याद करते हैं, उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. जब हम पीछे मुड़कर देखते हैं तो याद आता है कि आजादी के समय आज से 76 साल पहले इस देश में लोगों के पास खाने को पर्याप्त अन्न नहीं था. पहनने के लिए सबके पास कपड़े नहीं थे, महामारी और अकाल से लाखों लोग बेमौत मारे जाते थे. 1943 में देश ने बंगाल का भीषण अकाल देखा था, जिसमें 30 लाख लोगों की जान गई थी. आज के हिंदुस्तान में अनाज के भंडार हैं, कई कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं. यह सब इसलिये संभव हो सका क्योंकि, पिछले 76 वर्षों में देश ने एक होकर मेहनत की.
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- आजादी के 76 सालों बाद हमें एक बार फिर से बुराई पर अच्छाई की जीत हासिल करनी है. हमारे मध्य प्रदेश में बहुत सी बुराइयां सिर उठा रही हैं, इनमें सबसे बड़ी बुराई बेरोजगारी है. एक करोड़ से अधिक नौजवान बेरोजगार हैं, हमें इन सबको रोजगार देकर इस बुराई का अंत करना है.
- दूसरी बुराई महंगाई है. सबसे ज्यादा सरकारी टैक्स मध्य प्रदेश में लगाए जा रहे हैं, हमें इस व्यवस्था को बदलना है.
- मध्य प्रदेश में महिलाओं, बच्चो, आदिवासियों और दलितों पर अत्याचार सबसे ज्यादा हैं, हमें इस बुराई का अंत करना है.
- मध्य प्रदेश को भ्रष्टाचार और घोटाले दीमक की तरह चाट रही है, इंसान से लेकर भगवान तक किसी को भ्रष्टाचार और घोटालों से निजात नहीं मिल रही है. महाकाल लोक घोटाला, सतपुड़ा भवन अग्निकांड घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला, पोषण आहार घोटाला, आरक्षक भर्ती घोटाला, कारम डैम घोटाला जैसे कई घोटाले शिवराज सरकार में हुए हैं.
- मध्य प्रदेश कर्ज के दलदल में डूबता जा रहा है, पिछले वित्त वर्ष के अंत तक प्रदेश पर तीन लाख तीस हजार करोड़ का कर्ज हो चुका था. सरकार फिर भी और कर्ज लिये जा रही है, अब तक मध्य प्रदेश के हर नागरिक पर करीब 50 हजार रुपये का कर्ज इस सरकार ने चढ़ा दिया है. अगर यही रफ्तार रही तो यह सरकार मध्यप्रदेश को दिवालिया कर देगी, आजादी के इस वर्ष में हमें इस बुराई का भी नाश करना है.