भोपाल। डॉक्टरों के कड़े विरोध के बीच नेशनल मेडिकल कमीशन बिल (एनएमसी)लोकसभा में पास हो गया है. अब ये बिल राज्यसभा में पारित होने के लिए जाएगा, फिलहाल डॉक्टरों की तरफ से इस बिल का जोरदार विरोध किया जा रहा है. इसी कड़ी में राजधानी भोपाल में भी जूनियर डॉक्टर्स ने आज हड़ताल की और इस बिल के विरोध में नारे लगाए.
जूनियर डॉक्टर्स असोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. सचेत सक्सेना ने बताया कि नेशनल मेडिकल कमीशन बिल से हमें कोई परेशानी नहीं है, पर इसके जो सब- क्लॉज़ हैं, उससे दिक्कत है. अगर ये बिल राज्यसभा में भी पास हो जाता है तो देश के सभी मेडिकल स्टूडेंट्स और गरीब जनता के साथ अन्याय होगा. इसी के चलते इसके विरोध में इंडियन मेडिकल असोसिएशन ने पूरे देश में आज हड़ताल की है और इसीलिए जूनियर डॉक्टर्स भी इसका विरोध कर रहे हैं.
ये हैं प्रमुख मांगे
- डॉक्टरों की राज्य सरकार से मांग है कि वो केंद्र सरकार से इस बिल के सब क्लॉज़ को हटाए.
- अन्य किसी कोर्स के डॉक्टर को 6 महीने का एलोपैथी का कोर्स कराने के बजाए एलोपैथी के डॉक्टर को ही इसके लिए मंजूरी दी जाए.
- मेडिकल स्टूडेंट्स को ये गारंटी दी जाए कि उनके भविष्य के साथ कोई खिलवाड़ नहीं होगा.
- हड़ताल पर बैठ जूनियर डॉक्टर्स का कहना है यदि सरकार उनकी मांग नहीं मानती है तो वे स्वास्थ्य सेवाओं को बंद कर हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे.