भोपाल। शिवराज सरकार के समय व्यापमं द्वारा आयोजित संयुक्त लेखापाल परीक्षा में चयनित उम्मीदवार आज भी अपनी नियुक्ति के लिए भटक रहे हैं. संयुक्त लेखापाल परीक्षा के अंतर्गत 2208 पदों की भर्ती के लिए उम्मीदवारों की मेरिट लिस्ट जारी की गई थी, लेकिन राज्य शिक्षा केंद्र में भरे जाने वाले पदों पर सिर्फ 595 लोगों को नियुक्ति दी गई, बाकी को बजट का अभाव बताकर नियुक्ति से इनकार कर दिया गया था.
ये है मामला
- शिवराज सरकार के समय साल 2015 में व्यापमं ने संयुक्त लेखापाल परीक्षा का किया था आयोजन.
- इस परीक्षा के रिजल्ट के बाद 7 अलग-अलग विभागों के लिए हुई थीं लेखपालों की नियुक्तियां.
- 2018 विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में किया था लेखापाल की नियुक्तियों का वादा.
- कांग्रेस सरकार के 6 महीने पूरे होने पर भी नहीं हुई उम्मीदवारों की नियुक्ति.
- चयनित उम्मीदवारों का प्रतिनिधिमंडल कांग्रेस कार्यालय पहुंचा और वहां के पदाधिकारियों को अपनी पीड़ा सुनाई.
- उम्मीदवारों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से अपील की है कि वचन पत्र में किया गया अपना वादा निभाएं.