भोपाल। कांग्रेस ने आज अपने प्रत्याशियों की तीसरी सूची जारी कर दी, इसके साथ ही अब तक 27 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. तीसरी सूची में मुरैना, मेहगांव, बड़ामलहरा और बदनावर से प्रत्याशी की घोषणा की गई है. आज घोषित हुए प्रत्याशियों में जहां मुरैना से राकेश माबई और मेहगांव के हेमंत कटारे परंपरागत कांग्रेस परिवार से हैं, वहीं बदनावर में बदले गए प्रत्याशी कमल पटेल भाजपा के मौजूदा प्रत्याशी राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के खास समर्थक और चुनाव प्रबंधक रहे हैं. बड़ामलहरा से रामसिया भारती का नाम चौंकाने वाला है, लेकिन खास बात ये है कि, ये उमा भारती की तरह लोधी समुदाय से साध्वी की छवि वाली हैं और भजन गायकी के लिए मशहूर हैं.
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मुरैना सीट से राकेश मावई पर लगाया दांव
काफी जद्दोजहद के बाद आज कांग्रेस ने मुरैना सीट से राकेश मावई को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. वैसे तो राकेश मावई ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी रहे हैं और जब सिंधिया कांग्रेस में थे, तब मावई मुरैना कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी थे, लेकिन सिंधिया की बगावत के बावजूद भी ये कांग्रेस में ही रहे और इन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी. पार्टी ने उनकी निष्ठा को ध्यान रखते हुए उन्हें सिंधिया समर्थक होने के बावजूद जिला अध्यक्ष बनाए रखा. राकेश मावई गुर्जर समुदाय से आते हैं और कांग्रेस से ही विधायक रहे स्वर्गीय सोबरन मावई के भतीजे हैं. माना जा रहा है कि, मुरैना में गुर्जर मतदाताओं का बाहुल्य होने के कारण कमलनाथ ने राकेश मावई पर भरोसा जताया है.
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हेमंत कटारे को मेहगांव से मिला टिकट
पूर्व विधायक हेमंत कटारे मप्र विधान सभा के नेता प्रतिपक्ष रहे स्वर्गीय सत्यदेव कटारे के बेटे हैं. सत्यदेव कटारे के निधन के बाद अटेर विधानसभा से उपचुनाव में भी हेमंत कटारे ने जीत हासिल की थी वैसे तो सत्यदेव कटारे ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी थे और हेमंत कटारे भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ी, तो हेमंत कटारे ने पार्टी की प्रतिबद्धता को देखते हुए कांग्रेस में ही बने रहने का फैसला किया. हेमंत कटारे विधायक रहते हुए तब सुर्खियों में आए, जब पत्रकारिता की एक छात्रा ने उन पर शारीरिक शोषण के आरोप लगाए थे और इस मामले में कई ऑडियो और वीडियो वायरल हुए.
अभिषेक सिंह टिंकू की जगह कमल पटेल को बदनावर से टिकट
कांग्रेस ने पूर्व में घोषित बदनावर सीट से अपने प्रत्याशी अभिषेक सिंह टिंकू का टिकट बदलकर कमल पटेल को दे दिया है. कमल पटेल फिलहाल बदनावर ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और 40 सालों से समर्पित कांग्रेसी हैं. उनके बारे में कहा जाता है कि, राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव का पूरा चुनाव प्रबंधन कमल पटेल ही देखते थे. राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के भाजपा में जाने के बाद भी कमल पटेल कांग्रेस में बने रहे. कमल पटेल पाटीदार समुदाय से आते हैं और बदनावर सीट पर पाटीदार समुदाय के मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है. माना जा रहा है कि, राज्यवर्धन सिंह दत्ती गांव के सबसे करीबी रहे कमल पटेल अब उनके लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं.
बड़ामलहरा सीट पर रामसिया भारती पर जताया भरोसा
लोधी बहुल मतदाताओं की सीट बड़ामलहरा से कांग्रेस ने रामसिया भारती को प्रत्याशी बनाया है. राम सिया भारती लोधी समुदाय से आती हैं और टीकमगढ़ जिले की रहने वाली हैं. टीकमगढ़ जिले से ही उमा भारती की तरह उनकी साध्वी की छवि है और वो काफी अच्छी भजन गायिका हैं. माना जा रहा है कि, लोधी बहुल सीट से भाजपा के संभावित प्रत्याशी कांग्रेस के बागी पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के मतदाताओं को बांटने के लिए कांग्रेस ने यह दांव खेला है. रामसिया भारती जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में अपनी किस्मत आजमा चुकी हैं, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी थी.