भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में चुनकर पहुंचे विधायकों को संसदीय कार्यों की बारीकियां सिखाने के लिए 2 दिन की क्लास लगेगी. विधायकों का यह प्रबोधन कार्यक्रम 6 और 7 जुलाई को रखा गया है. कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आ सकते हैं. समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद को बुलाया गया है.
2 दिन के प्रबोधन कार्यक्रम में छह सत्र रखें गए हैं. मध्य प्रदेश की 15वीं विधानसभा में 230 विधायकों में से 90 विधायक पहली बार चुनकर सदन पहुंचे हैं. इन नए विधायकों सहित विधानसभा के सभी सदस्यों को सदन के संसदीय कार्यों से रू-ब-रू कराने के लिए प्रबोधन कार्यक्रम 6 और 7 जुलाई को रखा गया है.
प्रबोधन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के लिए लोकसभा के नवनियुक्त अध्यक्ष ओम बिरला को आमंत्रित किया गया है. हालांकि अभी तक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए उनकी सहमति नहीं मिली है. इसकी वजह लोकसभा के सत्र को बताया जा रहा है.
कार्यक्रम के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि गुलाम नबी आजाद को आमंत्रित किया गया है. 2 दिन चलने वाले प्रबोधन कार्यक्रम में छह अलग-अलग सत्र रखे गए हैं. इसमें विधायकों को संसदीय कार्य, विधानसभा में अपनी बात रखने के तौर तरीकों के बारे में बताया जाएगा. विधायकों को ऑनलाइन पूछे जाने वाले सवालों के बारे में भी बताया जाएगा. विधानसभा का मानसून सत्र 8 जुलाई से शुरू होगा.