भोपाल। राजधानी के हमीदिया हॉस्पिटल में 15 दिन में दूसरा मामला आया है. पहला मामला निशातपुरा का है, जहां पर पति ने पत्नी का फरसे से हाथ और पैर काट दिए, तो वहीं दूसरा मामला सागर के ग्रामीण क्षेत्र के बंडा थाने से भोपाल के अस्पताल पहुंचा, जहां घरेलू विवाद के चलते पति ने पत्नी के हाथ काट दिए. इस मामले में 9 सदस्य की डॉक्टर की टीम ने लगभग 9 घंटे की अथक प्रयास के बाद दोनों हाथ प्लास्टिक सर्जरी के जरिए जोड़े हैं.
- दोपहर 4 बजे से रात्रि 1 बजे तक चलता रहा ऑपरेशन
हमीदिया हॉस्पिटल के डॉक्टर संजीव कुमार गौर ने बताया कि मंगलवार को दोपहर 2 बजे सागर से घायल महिला को रेफर किया गया. महिला की गंभीर हालत देखते हुए सभी डॉक्टरों को सूचना दी गई. सूचना मिलते हई अलग-अलग डिपार्टमेंट से डॉक्टरों की टीम तैयार की गई और 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों हाथों को जोड़ा गया. अब उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा गया है.
72 घंटे का ऑब्जर्वेशन
बता दें कि इस मामले में हाथ पूरी तरह से अलग नहीं हुए थे. कुछ भाग जुड़े हुए थे. डॉक्टरों का कहना है कि प्लास्टिक सर्जरी और बड़ी मशक्कत के बाद हाथ को जोड़ा गया है और अब इसे 72 घंटे के ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. यदि 72 घंटे हाथ में सड़न नहीं हुई तो ऑपरेशन कामयाब रहेगा. नहीं तो नकली हाथ लगाना ही ऑप्शन रह जाएगा. हालांकि पीड़िता को होश आ गया है और वह ऑब्जर्वेशन में है.
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निशातपुरा मामले में नहीं हो पाया था ऑपरेशन सफल
निशातपुरा मामले में महिला के भी हाथ-पांव काट दिए गए थे, जिसमें हाथ को जोड़कर ऑब्जर्वेशन में रखा गया था. लेकिन ऑपरेशन के 72 घंटे बाद भी महिला का ऑपरेशन सक्सेसफुल नहीं हो पाया था. हमीदिया हॉस्पिटल में 15 दिन में यह दूसरा मामला सामने आया है, जहां पति की हैवानियत ने महिलाओं के अंग काटे हैं. हालांकि पीड़ित महिला को होश आ गया है और स्थिति स्थिर बनी हुई है.