भोपाल। विधानसभा में पेश हुए अविश्वास प्रस्ताव पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि आप सभी लोग इस बात के साक्षी हैं कि कांग्रेस का अविश्वास प्रस्ताव तथ्यों से कितना परे है. मैंने पहले भी कहा था और अब भी कहता हूं कि आरोप सुनने के लिए और जवाब सुनने के लिए जिगरा चाहिए. रात को तारीख बदलने के बाद तक हम सदन में बैठे रहें. लेकिन रात को 12 बजे तक कमलनाथ सदन में नहीं आए. उनका कार्यक्रम में जाना जरूरी था. उनका शादी विवाह में जाना जरूरी था. सिरोंज में जाना जरूरी था पर सदन जरूरी नहीं था.
नेता प्रतिपक्ष का दर्द सामने आया : नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ तो पहले भी सदन की कार्यवाही को बकवास कह चुके हैं. सदन में विपक्ष के नेता प्रतिपक्ष को अलग थलग करने की कमलनाथ की जो योजना थी, वह सामने आ गई. कमलनाथ गुट के लोग किस तरह उनको अलग -थलग करने में लगे हुए थे, सब जानते हैं. नेता प्रतिपक्ष को अकेला करने की उनकी राजनीति सफल रही. एक समय तो यह स्थिति बनी कि नेता प्रतिपक्ष को सदन में कहना पड़ा कि मैं अकेला आकर मुख्यमंत्री का भाषण सुनूंगा.
कमलनाथ के सदन में नहीं आने पर तंज : गृह मंत्री ने कहा कि इनका आरोप पत्र कपोल कल्पित था. इनके सभी आरोप स्वर्ग में विचरण कर रहे थे और इनमें जिगरा नहीं है जवाब सुनने का. कल सदन में कमलनाथ को ठाकुर कहा था आपने, इस पर नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ठाकुर के दोनों हाथ ही ले लिए इनके नेताओं ने. कमलनाथ से सिरोंज जाने पर कहा कि मान लिया कि वहां वादा किया था और चले गए थे लेकिन वापस आ गए थे तो सदन तो देर रात 12 बजे के बाद तक चला था. शादी विवाह में चले गए, वहां किससे वादा किया था. कमलनाथ ने कहा है कि मैं हिंदू हूं, बेवकूफ नहीं हूं. इस पर गृह मंत्री ने कहा कि वे इच्छाधारी हिंदूं हैं. चुनावी हिंदू हैं. सीरियल हिंदू हैं, वह बेवकूफ कैसे हो सकते हैं.
कोरोना के न्यू वेरिएंट को लेकर निर्देश : गृह मंत्री ने बताया कि कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर भारत सरकार का पत्र प्रदेश सरकार के पास आया है. जिसके बाद प्रदेश के सभी जिले के सीएमएचओ को निर्देशित किया है. जो भी नए पॉजिटिव केस निकलते हैं, उनकी जिनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट कराई जाए. कोरोना के मामले में पूरे प्रदेश में कोई नया केस नहीं आया है. प्रदेश में 5 एक्टिव केस हैं और 100 लोगो के सैम्पल लिए हैं.