भोपाल।17 दिसंबर को मुख्यमंत्री कमलनाथ की नेतृत्व वाली राज्य सरकार को एक साल होने जा रहा हैं. कमलनाथ सरकार के तमाम मंत्री अपने विभागों की एक साल की उपलब्धियां गिना रहे हैं. गृह मंत्री बाला बच्चन ने अपने विभागों की उपलब्धियां प्रेस वार्ता के माध्यम से बताई. उन्होंने कहा कि 15 सालों की भाजपा सरकार ने प्रदेश को अराजक प्रदेश में बदल दिया था. प्रदेश में लूटपाट, डकैती, हत्या जैसे रोंगटे खड़े कर देने वाले दृश्य हर ओर दिखाई दे रहे थे. कांग्रेस की सरकार आने के बाद आखिरकार कुशासन का अंत हुआ और कमलनाथ सरकार के सुशासन से नए युग की शुरुआत हुई है.
गृहमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सत्ता की बागडोर संभालते ही अभियान प्रारंभ किए. जैसे गुंडे और आदतन अपराधियों के खिलाफ, अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ, मादक पदार्थ और महिला अपराध के खिलाफ अभियान चलाएं, जिसके सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं. पिछले 1 साल में हत्या में 3.5% की कमी, हत्या के प्रयासों में 3.93% की कमी, डकैती में 20.37% की कमी और महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले में 12.96% की कमी आई है. बलात्कार के मामलों में भी लगातार कमी आई है.
उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि युवाओं को मादक पदार्थों के गर्त में धकेल दिया था. सिर्फ नौजवान ही नहीं बल्कि नाबालिग बच्चे भी ड्रग्स की गिरफ्त में आ गए थे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर जागरूकता अभियान चलाया गया और साथ ही ड्रग्स माफियाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ा गया. बीते एक साल में स्कूल, कॉलेज और छात्रावास और बस्तियों में जाकर 5698 नशा मुक्ति कार्यक्रम आयोजित किए गए और 5 लाख 7469 युवाओं को नशे के खिलाफ प्रेरित किया गया.
10 जिलों में बनेगी जेले: गृहमंत्री
जेल विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए बाला बच्चन ने कहा कि 10 जिलों में नई जेल बनना प्रस्तावित है. जैसे केंद्रीय जेल इंदौर, जिला जेल बेतूल, रतलाम, राजगढ़, मुरैना, मंदसौर और उप जेल गाडरवारा कुक्षी, मेहर और रीवा में खुली जेल बनाई जा रही है.
प्रदेश की सभी जिला न्यायालयों में वीडियो कांफ्रेंसिंग के उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं. ताकि निरुद्ध बंदियों की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हो सके. जिलों की सुरक्षा मजबूत करने के लिए 23 जिलों में सीसीटीवी सिस्टम लगाए गए थे. अब प्रदेश के सभी जिलों में सीसीटीवी लगाए जाने की कार्रवाई प्रचलन में है. सभी केंद्रीय जेल एवं 9 जिला जेलों में इलेक्ट्रिक फेंसिंग की स्थापना भी की जा रही है.
16 जिलों में खोले जा रहे हैं मेगा स्किल सेंटर
तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विभाग की उपलब्धियां गिनाते हुए मंत्री बाला बच्चन ने बताया कि पिछले एक साल में कौशल विकास के क्षेत्र में मुख्यमंत्री कौशल संवर्धन योजना के अंतर्गत दो लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया. प्रदेश के 16 जिलों में मेगा स्किल सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं. जो न्यूनतम 25 हजार वर्ग फीट में स्थापित होंगे. जिसमें कैपिटल इंटेंसिव पाठ्यक्रम हर साल प्रति केंद्र से 3 से 5 हजार प्रशिक्षणार्थियों को आवासीय प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. फरवरी 2019 में नगरीय क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं को 100 दिवस के रोजगार के साथ-साथ कौशल प्रशिक्षण हेतु मुख्यमंत्री स्वाभिमान योजना लागू की गई. जिसकी जिम्मेदारी रोजगार निर्माण बोर्ड को दी गई. इस योजना के अंतर्गत अब तक कुल 29,802 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया है.
42 करोड की लागत से तैयार हो रहे है वर्कशॉप
मंत्री बाला बच्चन ने बताया कि प्रदेश की 21 नई पॉलिटेक्निक कॉलेज में 42 करोड रुपए की लागत से वर्कशॉप का निर्माण किया जा रहा है. प्रदेश के शासकीय, स्वशासी इंजीनियरिंग एवं पॉलीटेक्निक कॉलेजों में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के मापदंडों को पूरा करने हेतु 20 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं. आर्थिक रूप से पिछड़े अभ्यार्थियों को विभिन्न तकनीकी एवं व्यवसायी पाठ्यक्रम में 10% आरक्षण का लाभ शैक्षणिक सत्र 2019-20 में उपलब्ध कराया गया है.
उन्होंने आगे बताया कि मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना के अंतर्गत 58166 विद्यार्थियों को 128 करोड रुपए उपलब्ध कराए गए हैं. इसके साथ ही मुख्यमंत्री जन कल्याण योजना अंतर्गत 25378 विद्यार्थियों को 169 करोड़ रूपए उपलब्ध कराए गए हैं. विभाग द्वारा गुणवत्ता शिक्षा सुनिश्चित किए जाने की दृष्टि से 250 प्राध्यापक, सहायक प्राध्यापक, व्याख्याताओं के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आईआईएम इंदौर, आरजीपीवी भोपाल, नरोन्हा अकादमी और क्रिस्प द्वारा आयोजित किए गए हैं.