भोपाल। कोविड-19 संक्रमण के चलते किए गए लॉकडाउन का असर शहरों से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई देने लगा है.जहां ग्रामीणों को जरूरी घरेलू समान नहीं मिल पा रहा है. जिससे उन्हें जीवनयापन में परेशानी हो रही है. इसे देखते हुए गुजराती समाज ने एक बड़ा फैसला लिया है. जिसके तहत उन्होंने जिले के एक गांव को 2 महीने के लिए गोद लेने का फैसला किया है. इसके अलावा समाज का गुजराती भवन, जो टीटी नगर क्षेत्र में बनाया गया है, उसे भी जरूरत पड़ने पर सरकार को देने का फैसला लिया गया है.
गांव का रखा जाएगा पूरा ख्याल
दरअसल, लॉकडाउन के चलते गांव में रहने वाले गरीबों के सामने पेट भरने का संकट पैदा हो गया है. जिसके चलते गुजराती समाज ने इनकी मदद करने की योजना बनाई और एक गांव को चिन्हित किया. इस गांव में पहले 7 दिनों का राशन गांव के सभी घरों को वितरित किया जाएगा. इसके बाद लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए वहां रह रहे परिवारों को जरूरत के मुताबिक सामग्री नियमित रूप से उपलब्ध कराई जाएगी.
गुजराती समाज के अध्यक्ष संजय पटेल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग दूसरी जगह काम करने पर आश्रित हैं. लेकिन ऐसी स्थिति में उनके पास अब काम नहीं बचा है. जिससे उन्हें घर चलाने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. ऐसी स्थिति में समाज एक छोटी सी मदद करना चाहता है. जिसके चलते राजधानी के पास का एक गांव गोद लेने का फैसला किया गया है.