भोपाल। लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे अतिथि विद्वान अब जॉइनिंग की मांग कर रहे हैं, पिछली सरकार में 6 महीने तक धरने पर बैठने के बाद अतिथि विद्वानों की मांगें आखिरकार सरकार ने मान ली थी और 90 प्रतिशत चॉइस फिलिंग का काम कांग्रेस सरकार में हुआ था. अब अतिथि विद्वानों की मांग है कि चॉइस फिलिंग तो कांग्रेस सरकार में हो गई, लेकिन जॉइनिंग अब तक नहीं मिली है.
अतिथि विद्वानों का कहना है कि लॉकडाउन में 1800 अतिथि विद्वान मरने की कगार पर हैं, ऐसे में बीजेपी सरकार को सभी अतिथि विद्वानों को महाविद्यालय में जॉइनिंग दे देनी चाहिए. लंबे समय से नियमितीकरण की मांग कर रहे अतिथि विद्वान अब जॉइनिंग की मांग पर उतर आए हैं. आर्थिक तंगी का सामना कर रहे ये वही अतिथि विद्वान हैं, जो कांग्रेस शासन में 6 महीने तक शाहजहानी पार्क में धरने पर बैठे थे.
जब पूरे देश में लॉकडाउन है तो अतिथि विद्वान भी अपने घरों में हैं, लेकिन उनकी मांगें अभी भी बरकरार है. नियमितीकरण और जॉइनिंग की मांग को लेकर अतिथि विद्वानों का ऑनलाइन आंदोलन अब भी जारी है. लॉकडाउन में धरना खत्म होते ही अतिथि विद्वानों ने ऑनलाइन सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
अतिथि विद्वानों का कहना है कि लंबे समय तक भूखे-प्यासे रहकर धरना देने के बाद आखिर कांग्रेस सरकार ने अतिथि विद्वानों को राहत दी और 90% चॉइस फिलिंग की प्रक्रिया पूरी की. बीजेपी सरकार सभी अतिथि विद्वानों को प्रदेश के महाविद्यालयों में जॉइनिंग दे. जिससे 1800 अतिथि विद्वानों का घर टूटने से बच सके.