भोपाल| प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन पहले ही अपने 85वें जन्मदिन को ना मनाने की घोषणा कर चुके थे और उन्होंने उसका पालन करते हुए सादगी से जन्मदिन मनाया. उन्होंने अपने जन्मदिन पर लोगों से अपील की है कि कोरोना योद्धाओं का लोग उत्साहवर्धन करें और उन्हें प्रोत्साहित करें क्योंकि वह लोग ही इन परिस्थितियों में बधाई के पात्र हैं जो मानव सेवा में जुड़े हुए हैं.
कोरोना संकट के चलते गवर्नर ने सादगी से मनाया अपना 85वां जन्मदिन प्रदेश के गवर्नर लालजी टंडन ने भले ही अपना जन्मदिन नहीं मनाया हो, लेकिन उन्होंने इसे भी यादगार जरूर बना दिया है, क्योंकि उन्हें औषधीय गुण से भरपूर पौधों को संरक्षित करने का बेहद लगाव है. यही वजह है कि उन्होंने अपने जन्मदिन पर भी पौधा रोपित किया है. जानकारी के अनुसार उन्होंने राजभवन परिवार के आग्रह पर जवाहरखंड परिसर में औषधीय गुण सम्पन्न हरसिंगार का पौधा लगाया.राज्यपाल लालजी टंडन को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विटर पर बधाई देते हुए उनके स्वास्थ्य स्वास्थ्य की कामना की है. सोशल मीडिया पर भी लाखों लोगों ने प्रदेश के राज्यपाल को उनके जन्मदिन पर बधाई देते हुए उनके स्वस्थ रहने की कामना की है.
हरसिंगार पौधे की विशेषताएं-हरसिंगार का फूल पश्चिम बंगाल राज्य का राजकीय पुष्प है. इस खुशबूदार सफेद, गुलाबी रंग के फूल को देवी-देवताओं को अर्पित किया जाता है .पौराणिक एवं लोक कथाओं में भी हरसिंगार पुष्प की महत्ता का उल्लेख है. यह पौधा सिर्फ रात में खिलता है. सुबह इस पौधे के सारे फूल झड़ जाते हैं . इस पौधे का वानस्पतिक नाम निक्टेन्थिस आर्बोर्ट्रिस्टिस है .
हरसिंगार का औषधीय उपयोग-
हरसिंगार पौधा जोड़ों के दर्द, साइटिका जैसे अन्य रोगों के इलाज में लाभकारी है. आयुर्वेद में इस पौधे के फूल, पत्तियां, छाल, बीज की बहुत मांग है. हरसिंगार का पौधा हृदय रोग, ज्वर, सूखी-खांसी, अस्थि-मज्जा में रक्त को साफ करने में, गठिया रोग, घाव का इलाज, त्वचा विकारों, मधुमेह, पाचन शक्ति बढ़ाने, तनाव दूर करने में भी काम आता है.