भोपाल। बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के शहीद हेमंत करकरे को लेकर दिए गए विवादित बयान और चुनाव मे सेना के नाम के इस्तेमाल करने को लेकर पूर्व सैनिक सड़क पर उतर आए है. शौर्य स्मारक से पूर्व सैनिक कांग्रेस कार्यालय तक पैदल मार्च कर पहुंचे और साध्वी प्रज्ञा के बयानों पर नाराजगी जताई है.
पूर्व सैनिकों का कहना है कि शहीदों के नाम पर राजनीति नहीं की जाए. सैनिकों के नामों का भाषण में उपयोग ना किया जाए. ये सब बंद होना चाहिए. पूर्व सैनिकों ने कांग्रेस दफ्तर पहुंचकर भोपाल से कांग्रेस के प्रत्याशी दिग्विजय सिंह से मुलाकात की. इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा कि पाकिस्तान और भारत दोनों एक साथ आजाद हुए लेकिन लोकतंत्र भारत में ज्यादा मजबूत है. तानाशाही कोशिश करती है कि लोकतंत्र एक तंत्र में परिवर्तित हो जाए. देश मे लोकतंत्र और संविधान रहेगा या नहीं यह चुनाव पर आधारित है.
दिग्विजय ने कहा कि 'मुझे दुख है सेना का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है. सीने पर गोली खाने वाले सेना के जवानों को कहा जा रहा है कि श्राप देकर मार दिया ये देश में क्या हो रहा है.' उन्होने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक मनमोहन सरकार में भी हुई थी लेकिन कांग्रेस ने कभी प्रचार नहीं किया.