भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट ने मंत्रालय में पहुंचकर मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा. पूर्व मंत्री सिलावट ने कोरोना के संकट और इंदौर में डॉक्टरों के इलाज एवं उच्च गुणवत्ता की पीपीई किड्स उपलब्ध कराने की भी मांग की. सिलावट ने बीजेपी की सदस्यता लेने के बाद पहली बार मंत्रालय में सीएम से मुलाकात की है.
पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपनी ओर से एक ज्ञापन सौंपा. जिसमें उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए इंदौर के संक्रमित मरीजों का इंदौर के ही मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर परीक्षण कर इलाज कर रहे हैं. ऐसी स्थिति में उनके स्वयं के संक्रमण से बचाव हेतु मरीजों का सैंपल दिल्ली से भोपाल भेजा जा रहा है. इसी के चलते उच्च गुणवत्ता की पीपीई किड्स और आरटीपीआर इंदौर के मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध कराने की मांग की है.
इस दौरान उन्होंने कहा की इंदौर के महाराजा यशवंत चिकित्सा और महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज के अधिकांश सुरक्षाकर्मियों के चले जाने से वहां काफी कम संख्या में सुरक्षाकर्मी शेष रह जाने की वजह से मेडिकल एवं चिकित्सा की सुरक्षा व्यवस्था बाधित हो रही है. जिसे शीघ्र बढ़ाए जाने की आवश्यकता है. सिलावट ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से प्रदेश के डॉक्टर एवं स्वास्थ्य अमले का बीमा भारत सरकार के अनुरूप प्रदेश शासन द्वारा भी कराया जाना चाहिए तथा इलाज के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित या बीमार हो जाता है तो उसे अलग से दो लाख की सहायता भी दी जानी चाहिए ताकि वे और अधिक इस महामारी से उत्पन्न आपदा स्थिति में प्रोत्साहित होकर कार्य कर सकें .