भोपाल। बासमती चावल के जीआई टैग को लेकर चल रही सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. पंजाब के मुख्यमंत्री अरमिंदर सिंह के पत्र के बाद लगातार बयान बयानबाजी का दौर जारी है. प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर दो मुंही राजनीति करने का आरोप लगाया है. तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पंजाब सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के विरोध पर ऐतराज जताया है. इसी कड़ी में अब पूर्व मंत्री जीतू पटवारी का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार इस मामले में अगर सही नियत से काम करें तो वो उनके साथ हैं.
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने कहा है कि जहां तक बासमती जीआई टैग का सवाल है तो एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ वक्तव्य दे चुके हैं. सवाल ये है कि प्रदेश में मुख्यमंत्री बीजेपी का है. केंद्र में सरकार बीजेपी की है. क्या आप अपने आप को इतना परिपक्व नहीं मानते हैं कि देश की सरकार से ये काम करा सकते हैं. हमारे अध्यक्ष कमलनाथ से सकारात्मक तरीके से बात करके उनकी आवश्यकता प्रदेश के किसानों के हित में है, तो हम तैयार हैं. किसानों को लाभ होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जीआई टैग मध्य प्रदेश को मिलना चाहिए. ये प्रदेश का अधिकार है. जहां तक पंजाब का सवाल है, तो पंजाब का मुख्यमंत्री वहां की बात करेंगे मध्य प्रदेश के हमारे परिवार के लोग एक साथ मिलकर किस की पार्टी, किस तरह के विचार सब छोड़ कर हम किसानों के लिए एक साथ हैं. इस तरह के मुद्दों को सकारात्मकता से लेना चाहें तो ठीक है. लेकिन केवल बहाने बनाकर राजनीति करना चाहें और किसानों को मूर्ख बनाना चाहते हैं तो फिर क्या कर सकते हैं. मैं मानता हूं कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री किसानों को मूर्ख बनाने की जगह सही जगह दिशा में काम करें तो कांग्रेस उनका पूरा साथ देगी.
क्या है जीआई टैग
जीआई टैग एक तरह का भौगोलिक संकेत है, जो किसी विशेष क्षेत्र,राज्य, देश के उत्पाद निर्माता या व्यवसायियों के समूह को अच्छी गुणवत्ता के कृषि, औद्योगिक, प्राकृतिक वस्तुओं को बनाने के लिए दिया जाता है. जीआई टैग, भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) एक्ट,1999 के अनुसार जारी किए जाते हैं. जीआई एक संकेत है, जो उन उत्पादों पर उपयोग किया जाता है, जिनकी एक विशिष्ट भौगोलिक उत्पत्ति होती है. इसमें उस क्षेत्र की विशेषताओं के गुण और प्रतिष्ठा भी पाई जाती है.