भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने नरोत्तम मिश्रा पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि दतिया शहर के कोतवाली थाने के प्रभारी के खिलाफ गैर जमानती वारंट है. बावजूद इसके टीआई की गिरफ्तारी नहीं हो रही. क्योंकि दतिया में भारत का नहीं बल्कि नरोत्तम मिश्रा का संविधान चलता है.
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यह टीआई आदतन अपराधी है। अपराधियों से संबंध रखता है। निलंबित हो चुका है। भिंड ज़िले में भी इसी टीआई के ख़िलाफ़ IPC की धारा 506 का प्रकरण लंबित है। लेकिन गृह मंत्री जी का प्रिय है। दतिया ज़िले में भारत का संविधान लागू नहीं है “नरोत्तम” का संविधान लागू है। शिवराज लाचार है!! pic.twitter.com/BMf5PtOiZt
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 14, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">यह टीआई आदतन अपराधी है। अपराधियों से संबंध रखता है। निलंबित हो चुका है। भिंड ज़िले में भी इसी टीआई के ख़िलाफ़ IPC की धारा 506 का प्रकरण लंबित है। लेकिन गृह मंत्री जी का प्रिय है। दतिया ज़िले में भारत का संविधान लागू नहीं है “नरोत्तम” का संविधान लागू है। शिवराज लाचार है!! pic.twitter.com/BMf5PtOiZt
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दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि मध्यप्रदेश पुलिस भी अजब है गजब है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के चुनाव क्षेत्र दतिया के कोतवाली थाने में एक ऐसा टीआई पदस्थ है. जिसके के खिलाफ कई दिनों से गैर जमानती वारंट निकाला गया है. जो अब तक तामील नहीं हो सका है. जबकि दतिया जिले के एसपी खुद टीआई के खिलाफ गैर जमानती वारंट निकले की बात स्वीकार कर चुके हैं.
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क्या माननीय उच्चतम न्यायालय, न्यायालय की अवमानना का जिस प्रकार प्रशांत भूषण के प्रकरण में स्वयं संज्ञान में लिया था और दंड दिया था, इसे भी उसी प्रकार अवमानना मानेगा? फ़िलहाल टीआई दतिया कोतवाली गृह मंत्री की शह पर निर्दोषों पर झूठे प्रकरण बना कर गिरफ़्तार करने में लगा हुआ है।३/३
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दिग्विजय सिंह ने कहा कि क्या यह अदालत की अवमानना नहीं है. इस टीआई को और अन्य पुलिस कर्मियों को माननीय उच्चतम न्यायालय ने 10 दिन कोर्ट में हाजिर होने के आदेश दिए, लेकिन आज तक हाजिर नहीं हुए.
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इस टीआई को और अन्य पुलिस कर्मियों को माननीय उच्चतम न्यायालय ने १० दिन कोर्ट में हाज़िर होने के आदेश दिए लेकिन आज तक हाज़िर नहीं हुए। क्योंकि जिन टीआई साहब को हाज़िर कराना वे स्वयं इसी केस में अपराधी हैं!! और वॉरंट तामील नहीं हो रहा है।होगा भी कैसे? २/३ pic.twitter.com/pgEpIRIXMA
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीय उच्चतम न्यायालय की अवमानना का जिस प्रकार प्रशांत भूषण के प्रकरण में स्वयं संज्ञान में लिया था और दंड दिया था. इसे भी उसी प्रकार अवमानना माना जाएगा. उन्होंने कहा कि यह टीआई आदतन अपराधी है. अपराधियों से संबंध रखता है, लेकिन गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का प्रिय है. दतिया जिले में भारत का संविधान लागू नहीं है 'नरोत्तम' का संविधान लागू है. क्योंकि शिवराज सिंह चौहान लाचार है.
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मध्यप्रदेश पुलिस भी अजब है ग़ज़ब है !! मप्र के गृह मंत्री जी के चुनाव क्षेत्र में दतिया कोतवाली प्रभारी टीआई एक ऐसा टीआई पदस्थ है जिसके ख़ुद के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वारंट है और तामील नहीं हो रहा है! दतिया एसपी ने वारंट होने की बात स्वीकारी। क्या यह अदालत की अवमानना नहीं है? १/३ pic.twitter.com/6D7ga6PG0n
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— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 14, 2020मध्यप्रदेश पुलिस भी अजब है ग़ज़ब है !! मप्र के गृह मंत्री जी के चुनाव क्षेत्र में दतिया कोतवाली प्रभारी टीआई एक ऐसा टीआई पदस्थ है जिसके ख़ुद के ख़िलाफ़ ग़ैर ज़मानती वारंट है और तामील नहीं हो रहा है! दतिया एसपी ने वारंट होने की बात स्वीकारी। क्या यह अदालत की अवमानना नहीं है? १/३ pic.twitter.com/6D7ga6PG0n
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