भोपाल। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक अजीब वाकया हुआ. जब पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने आरोप लगाया कि विधानसभा में उनके माइक में जानबूझकर छेड़खानी की जा रही है. ताकि सदन में उन्हें बोलने से रोका जा सके. इस बात से गुस्साए पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने कांग्रेस विधायकों के साथ सदन से वाकआउट कर दिया. विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान तीन अलग-अलग मुद्दों पर कांग्रेस ने बहिर्गमन किया. (mp budget session 2022)
प्रश्नकाल में कांग्रेस ने पटल पर रखे अपने सवाल
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक झूमा सोलंकी के स्थान पर कांग्रेस विधायक हिना कावरे ने भीकनगांव विधानसभा क्षेत्र के 175 मजरे में बिजली न होने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि यह सभी मजरे विद्युत विहीन हैं. सरकार को इनमें विद्युत कनेक्शन कराने चाहिए. जवाब में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि उन्होंने वित्त विभाग के पास इसको लेकर प्रस्ताव भेजा है. इस पर करीब 200 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. बजट प्राप्त होने के बाद इसमें विद्युत व्यवस्था कराई जाएगी. (question hour in mp assembly)
आदिवासियों को लेकर कांग्रेस ने भाजपा को घेरा
मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार आदिवासियों को लेकर बढ़-चढ़कर बात करती है, लेकिन उन्हें सुविधाएं देने के लिए तैयार नहीं है. विपक्ष इस मुद्दे पर तत्काल सरकार से घोषणा करने की मांग करती रही, लेकिन जब मंत्री ने आरोप लगाया कि विपक्ष सिर्फ आदिवासियों के नाम पर राजनीति करती है, तो विपक्षी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया और सदन से बहिर्गमन कर दिया. (congress slam on bjp for tribal)
पूर्व विस अध्यक्ष के माइक से छेड़छाड़
विपक्ष के वॉकआउट के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति बोलने के लिए खड़े हुए लेकिन उनके माइक से आवाज न आने पर वह उखड़ पड़े. उन्होंने आरोप लगाया कि सदन में उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है. जानबूझकर उनके माइक से छेड़छाड़ की जा रही है. ताकि वह सदन में अपनी बात न रख सकें. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने इसको लेकर बात रखनी चाही, लेकिन नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने विपक्षी विधायकों के साथ सदन से वाकआउट कर दिया. (former assembly speaker mike tempered)
कांग्रेस विधायक के सवाल का नहीं दिया जवाब
उधर पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह ने राघौगढ़ में स्थापित सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम उद्योग इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषण की जांच को लेकर मंत्री हरदीप सिंह डंग से सवाल पूछा. मंत्री इसका ठीक-ठीक जवाब नहीं दे सके. जयवर्धन सिंह ने उनसे पूछा कि उद्योगों को कर्म और इकाइयों से एयर क्वालिटी इंडेक्स के अनुसार एक्यूआई का स्तर कितना है. क्या इसका परीक्षण कराया गया है. लिखित जवाब में मंत्री ने इससे इनकार किया.
विधायक के पूछने पर वह इसको लेकर ठीक से जवाब नहीं दे सके. बाद में संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बात को संभालते हुए कहा कि इसको लेकर मंत्री विधायक को लिखित जवाब दे देंगे क्योंकि समय समाप्त हो चुका है. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस विधायकों ने एक बार फिर वाक आउट किया.