भोपाल : पूरे देश में किसान आंदोलन पर सियासी घमासान मचा हुआ है, वहीं मध्य प्रदेश में शिवराज सरकार किसानों को मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार कानून के फायदे बताने के लिए किसान सम्मेलन का आयोजन किया है, जिसमें बड़ी संख्या में भोपाल के आस-पास के संभागों से किसानों को लाया गया है. जो किसान इस सम्मेलन में शामिल हुए हैं उन्हें इन बिलों के बारे में जानकारी ही नहीं है.
कृषि सुधार कानून के फायदे बताने के लिए प्रदेश की शिवराज सरकार ने इस सम्मेलन का आयोजन किया है, लेकिन इस सम्मेलन में चौकाने वाली बात यह है कि अधिकांश किसानों को केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि बिल की जानकारी ही नहीं है. बताया जा रहा है कि अधिकांश किसानों को लोकल बीजेपी नेता इस सम्मेलन में लेकर पहुंचे हैं.
ईटीवी भारत ने इस किसान सम्मेलन में पहुंचे किसानों से बात की तो पता चला कि अधिकांश किसान कृषि बिल के बारे में जानते ही नहीं हैं किसानों का कहना है कि यहां केवल बीजेपी नेताओं को सुनने के लिए आए हैं.
भोपाल से किसान सम्मेलन की शुरुआत
किसान सम्मेलन की शुरुआत मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से की गई है, जिसमें भोपाल संभाग और नर्मदापुरम संभाग के जिलों से किसानों को बुलाया गया है. सूबे के सात संभाग में किसान सम्मेलन के जरिए कृषि सुधार कानून का फायदा किसानों को बताया जाएगा.
उज्जैन में शामिल होंगे सीएम और प्रदेशाध्यक्ष
भोपाल के बाद उज्जैन में किसान सम्मेलन में सीएम शिवराज सिंह और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि बीजेपी कृषि बिलों के प्रति किसानों की नाराजगी और भ्रम को दूर करने के लिये किसान सम्मेलन आयोजित कर रही है. बीजेपी भाजपा का मकसद किसानों का भ्रम को दूर कर कृषि बिलों के बारे में जानकारी देना है.