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ई-टेंडर घोटाला: EOW ने माइलस्टोन कंपनी के संचालक को लिया रिमांड पर, 10 जून को अगली पेशी - ईओडब्ल्यू

ई-टेंडर घोटाला मामले में EOW की टीम ने गिरफ्तार आरोपी मनीष खरे को तीसरी बार रिमांड पर लिया है. मनीष खरे को 10 जून को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

EOW ने माइलस्टोन कंपनी के संचालक को लिया रिमांड पर
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Published : Jun 7, 2019, 3:17 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में करीब हजार करोड़ रुपए के ई-टेंडर घोटाले में EOW की टीम ने गिरफ्तार आरोपी मनीष खरे को तीसरी बार रिमांड पर लिया है. मनीष खरे को कोर्ट में पेश कर ईओडब्ल्यू ने 5 दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने 10 जून तक रिमांड मंजूर किया है. अब ईओडब्ल्यू की टीम माइलस्टोन कंपनी के संचालक मनीष खरे से 10 जून तक पूछताछ करेगी. माना जा रहा है कि जिस तरीके से EOW बार बार मनीष खरे को रिमांड पर ले रही है, उससे बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है.

EOW ने माइलस्टोन कंपनी के संचालक को लिया रिमांड पर


पहले पूछताछ में पुलिस के हाथ ऐसे सबूत भी लगे थे, जिनसे यह साफ हो रहा है कि मनीष खरे के संपर्क में ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन कंपनी के डायरेक्टरों के साथ-साथ जल निगम विभाग के अधिकारी भी थे. अब पुलिस मनीष खरे से बारीकी से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू इस मामले में कई बड़े खुलासे भी कर सकती है. साथ ही मनीष खरे की निशानदेही पर कुछ अफसरों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.

हाल ही में ईओडब्ल्यू ने मनीष खरे के चूना भट्टी स्थित 2 मकानों पर भी छापामार कार्रवाई की थी. इसमें मनीष खरे की मैक ईजी कंपनी के दुबई के पते पर रजिस्टर्ड होने के दस्तावेज ईओडब्ल्यू के हाथ लगे हैं. इस कंपनी को लेकर भी ईओडब्ल्यू की टीम मनीष खरे से पूछताछ कर रही है. इसके अलावा ईओडब्ल्यू को जानकारी मिली है कि मनीष इससे पहले मध्य प्रदेश रेलवे के लिए भी छोटे-मोटे ठेके लिया करता था. लिहाजा इस बात की भी जानकारी जुटाई जा रही है कि कहीं रेलवे के ठेकों में तो मनीष खरे ने कोई गड़बड़ी नहीं की है. मनीष खरे को 10 जून को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

भोपाल। मध्य प्रदेश में करीब हजार करोड़ रुपए के ई-टेंडर घोटाले में EOW की टीम ने गिरफ्तार आरोपी मनीष खरे को तीसरी बार रिमांड पर लिया है. मनीष खरे को कोर्ट में पेश कर ईओडब्ल्यू ने 5 दिन का रिमांड मांगा था, लेकिन कोर्ट ने 10 जून तक रिमांड मंजूर किया है. अब ईओडब्ल्यू की टीम माइलस्टोन कंपनी के संचालक मनीष खरे से 10 जून तक पूछताछ करेगी. माना जा रहा है कि जिस तरीके से EOW बार बार मनीष खरे को रिमांड पर ले रही है, उससे बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है.

EOW ने माइलस्टोन कंपनी के संचालक को लिया रिमांड पर


पहले पूछताछ में पुलिस के हाथ ऐसे सबूत भी लगे थे, जिनसे यह साफ हो रहा है कि मनीष खरे के संपर्क में ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन कंपनी के डायरेक्टरों के साथ-साथ जल निगम विभाग के अधिकारी भी थे. अब पुलिस मनीष खरे से बारीकी से पूछताछ कर रही है. पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू इस मामले में कई बड़े खुलासे भी कर सकती है. साथ ही मनीष खरे की निशानदेही पर कुछ अफसरों की भी गिरफ्तारी हो सकती है.

हाल ही में ईओडब्ल्यू ने मनीष खरे के चूना भट्टी स्थित 2 मकानों पर भी छापामार कार्रवाई की थी. इसमें मनीष खरे की मैक ईजी कंपनी के दुबई के पते पर रजिस्टर्ड होने के दस्तावेज ईओडब्ल्यू के हाथ लगे हैं. इस कंपनी को लेकर भी ईओडब्ल्यू की टीम मनीष खरे से पूछताछ कर रही है. इसके अलावा ईओडब्ल्यू को जानकारी मिली है कि मनीष इससे पहले मध्य प्रदेश रेलवे के लिए भी छोटे-मोटे ठेके लिया करता था. लिहाजा इस बात की भी जानकारी जुटाई जा रही है कि कहीं रेलवे के ठेकों में तो मनीष खरे ने कोई गड़बड़ी नहीं की है. मनीष खरे को 10 जून को कोर्ट में पेश किया जाएगा.

Intro:भोपाल- मध्य प्रदेश में हुए हजार करोड़ के ई टेंडर घोटाले में ईओडब्ल्यू की टीम में गिरफ्तार आरोपी मनीष खरे को तीसरी बार पुलिस रिमांड पर लिया है मनीष खरे को कोर्ट में पेश कर ईओडब्ल्यू ने 5 दिन का रिमांड मांगा था लेकिन कोर्ट ने 10 जून तक रिमांड मंजूर किया है। अब ईओडब्ल्यू की टीम माइलस्टोन कंपनी के संचालक मनीष खरे से 10 जून तक पूछताछ करेगी माना जा रहा है कि जिस तरीके से इओडब्ल्यू बार बार मनीष खरे को रिमांड पर ले रही है, उससे आने वाले समय मे ई टेंडर घोटाले में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। से पहले पूछताछ में पुलिस के हाथ ऐसे सबूत भी लगे थे जिनसे यह साफ हो रहा हैं कि, मनीष खरे के संपर्क में ऑस्मो आईटी सॉल्यूशन कंपनी के डायरेक्टरों के साथ साथ जल निगम विभाग के अधिकारी भी संपर्क में थे अप पुलिस मनीष खरे से बारीकी से पूछताछ कर रही है पूछताछ के बाद ईओडब्ल्यू इस मामले में कई बड़े खुलासे भी कर सकता है साथ ही मनीष खरे कि निशानदेही पर कुछ अफसरों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।


Body:हाल ही में ईओडब्ल्यू ने मनीष खरे के चुना भट्टी स्थित दो मकानों पर भी छापामार कार्रवाई की थी जिसमें मनीष खरे की मैक इजी कंपनी के दुबई के पते पर रजिस्टर्ड होने के दस्तावेज ईओडब्ल्यू के हाथ लगे हैं एस कंपनी को लेकर भी ईओडब्ल्यू की टीम मनीष खरे से पूछताछ कर रही है। इसके अलावा इओडब्ल्यू को जानकारी मिली है कि मनीष करें इससे पहले मध्य प्रदेश रेलवे के लिए भी छोटे-मोटे ठेके लिया करता था लिहाजा इस बात की भी जानकारी जुटाई जा रही है कि कहीं रेलवे के ठेकों में तो मनीष खरे ने कोई गड़बड़ी या नहीं की है फिलहाल ईओडब्ल्यू की टीम की पूछताछ मनीष करे से जारी है और अब रिमांड खत्म होने पर मनीष खरे को 10 जून को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

बाइट- केएन तिवारी, डीजी, इओडब्ल्यू।


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