भोपाल। एम्स से निकाले गए संविदा और आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों ने एक बार फिर भोपाल एम्स प्रशासन और निदेशक डॉ सरमन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला है. इन कर्मचारियों का कहना है कि एम्स में कई तरह के घोटाले हो रहे हैं और निदेशक अपनी मनमर्जी से वहां पर कर्मचारियों की भर्ती कर रहे हैं.
कर्मचारी कल्याण संगठन एम्स के सचिव विजय बालदे ने बताया कि एम्स में काफी सारी अनियमितताएं हैं. एम्स के करीब 60-70 संविदा और आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों को गलत तरीके से निकाला गया है. उन्होंने कहा कि निकाले गये कर्मचारियों को बहाल किया जाए. वहीं एक कर्मचारी कविराज पांडेय सबकी मांगों का ज्ञापन लेकर भोपाल से दिल्ली तक पैदल रवाना हुए हैं.
विजय बालदे का कहना है कि वे एम्स में हो रही अनियमितता और भ्रष्टाचार के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री और पीएम कार्यालय को ज्ञापन देंगे. अगर इसके बावजूद भी उनकी मांग नहीं सुनी जाती है, तो वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे.
माना जा रहा था कि एम्स निदेशक डॉ सरमन सिंह का दिल्ली जाने का मकसद यही था कि भोपाल एम्स से पुराने कर्मचारियों को निकाला जाये, लिहाजा उन्होंने दिल्ली से आने के बाद पुराने कर्मचारियों को हटा दिया. यहीं नहीं सीपीटी के पेपर को ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन कराया गया.