ETV Bharat / state

भोपाल एम्स से निकाले गए कर्मचारियों ने खोला मोर्चा, निदेशक पर लगाए गंभीर आरोप

भोपाल एम्स से निकाले गए कर्मचारियों ने एम्स निदेशक डॉ सरमन सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि डॉ सरमन सिंह के आने से एम्स में भ्रष्टाचार बढ़ा है. कर्मचारियों को गलत तरीके से निकाला गया है और नए कर्मचारियों की भर्ती भी गलत तरीके से हुई है.

कर्मचारियों ने एम्स निदेशक पर लगाये गंभीर आरोप
author img

By

Published : Jul 2, 2019, 8:25 AM IST

Updated : Jul 2, 2019, 2:51 PM IST

भोपाल। एम्स से निकाले गए संविदा और आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों ने एक बार फिर भोपाल एम्स प्रशासन और निदेशक डॉ सरमन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला है. इन कर्मचारियों का कहना है कि एम्स में कई तरह के घोटाले हो रहे हैं और निदेशक अपनी मनमर्जी से वहां पर कर्मचारियों की भर्ती कर रहे हैं.

कर्मचारियों ने एम्स निदेशक पर लगाए गंभीर आरोप

कर्मचारी कल्याण संगठन एम्स के सचिव विजय बालदे ने बताया कि एम्स में काफी सारी अनियमितताएं हैं. एम्स के करीब 60-70 संविदा और आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों को गलत तरीके से निकाला गया है. उन्होंने कहा कि निकाले गये कर्मचारियों को बहाल किया जाए. वहीं एक कर्मचारी कविराज पांडेय सबकी मांगों का ज्ञापन लेकर भोपाल से दिल्ली तक पैदल रवाना हुए हैं.

विजय बालदे का कहना है कि वे एम्स में हो रही अनियमितता और भ्रष्टाचार के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री और पीएम कार्यालय को ज्ञापन देंगे. अगर इसके बावजूद भी उनकी मांग नहीं सुनी जाती है, तो वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे.

माना जा रहा था कि एम्स निदेशक डॉ सरमन सिंह का दिल्ली जाने का मकसद यही था कि भोपाल एम्स से पुराने कर्मचारियों को निकाला जाये, लिहाजा उन्होंने दिल्ली से आने के बाद पुराने कर्मचारियों को हटा दिया. यहीं नहीं सीपीटी के पेपर को ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन कराया गया.

भोपाल। एम्स से निकाले गए संविदा और आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों ने एक बार फिर भोपाल एम्स प्रशासन और निदेशक डॉ सरमन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला है. इन कर्मचारियों का कहना है कि एम्स में कई तरह के घोटाले हो रहे हैं और निदेशक अपनी मनमर्जी से वहां पर कर्मचारियों की भर्ती कर रहे हैं.

कर्मचारियों ने एम्स निदेशक पर लगाए गंभीर आरोप

कर्मचारी कल्याण संगठन एम्स के सचिव विजय बालदे ने बताया कि एम्स में काफी सारी अनियमितताएं हैं. एम्स के करीब 60-70 संविदा और आउटसोर्स किए गए कर्मचारियों को गलत तरीके से निकाला गया है. उन्होंने कहा कि निकाले गये कर्मचारियों को बहाल किया जाए. वहीं एक कर्मचारी कविराज पांडेय सबकी मांगों का ज्ञापन लेकर भोपाल से दिल्ली तक पैदल रवाना हुए हैं.

विजय बालदे का कहना है कि वे एम्स में हो रही अनियमितता और भ्रष्टाचार के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री और पीएम कार्यालय को ज्ञापन देंगे. अगर इसके बावजूद भी उनकी मांग नहीं सुनी जाती है, तो वे जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेंगे.

माना जा रहा था कि एम्स निदेशक डॉ सरमन सिंह का दिल्ली जाने का मकसद यही था कि भोपाल एम्स से पुराने कर्मचारियों को निकाला जाये, लिहाजा उन्होंने दिल्ली से आने के बाद पुराने कर्मचारियों को हटा दिया. यहीं नहीं सीपीटी के पेपर को ऑनलाइन के बजाय ऑफलाइन कराया गया.

Intro:भोपाल- एम्स से निकाले गए संविदा और आउटसोर्स के कर्मचारियों ने आज एक बार फिर एम्स प्रशासन और निदेशक डॉ सरमन सिंह के खिलाफ मोर्चा खोला।
इन कर्मचारियों का कहना है कि एम्स में कई तरह के घोटाले हो रहे है और निदेशक अपनी मनमर्जी से वहाँ पर कर्मचारियों की भर्ती कर रहे है।


Body:कर्मचारी कल्याण संगठन एम्स के सचिव विजय बालदे ने बताया कि एम्स में काफी सारी अनियमितताएं हैं, एम्स के करीब 60-70 संविदा और आउट सोर्स कर्मचारियों को भ्रष्टाचार के तहत निकाला गया है। हमारी यहीं मांग है कि हम सबको बहाल किया जाए।
एम्स निदेशक डॉ सरमन सिंह इसी मानसिकता से दिल्ली से आये थे कि पुराने कर्मचारियों को हटाना और आते ही उन्होंने यहीं किया और अपनी पसंद के कर्मचारियों को नौकरी में रखा।
यहीं नहीं सीपीटी के पेपर को ऑनलाइन के बजाय ऑफ लाइन कराया गया।


Conclusion:बता दे कि एम्स से निकाले गए कर्मचारी लम्बे समय से एम्स निदेशक डॉ सरमन सिंह के ऊपर आरोप लगा रहे है कि उनके आने से एम्स में भ्रष्टाचार बढ़ा है,कर्मचारियों को गलत तरीके से निकाला गया है और नए कर्मचारियों की भर्ती भी गलत तरीके से हुई है।
इसी कड़ी में कर्मचारियों में से एक कर्मचारी कविराज पाण्ड्य सबकी मांगों का ज्ञापन लेकर भोपाल से दिल्ली तक पैदल रवाना हुए हैं।
Last Updated : Jul 2, 2019, 2:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.