भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में करीब 5 लाख नए मतदाता पहली बार अपने मतदान का उपयोग करेंगे. प्रदेश में 18 से 19 साल के 18 लाख 86 हजार मतदाता हैं, इसके लिए सभी विधानसभा क्षेत्र में अलग से सहायक निर्वाचन अधिकारी नियुक्ति किया गया है. उधर युवाओं के नाम मतदान सूची में जोड़ने के लिए उन्हें फिल्म टिकट गिफ्त में देने की पहल की जा रही है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि "आयोग द्वारा युवा मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए अब साल में चार तारीखें घोषित की गई थी, जिस पर युवा मतदाता अपने नाम 18 साल पूरे होने के पहले ही जुडवा सकता है."
जानें किस वर्ग के कितने वोटर्स: मध्यप्रदेश में कुल 230 विधानसभा सीट हैं, इसमें से 148 सामान्य, 35 अनुसूचित जाति और 47 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. मध्यप्रदेश में कुल मतदाताओं की संख्या 5.52 करोड़ है, इसमें से पुरूष मतदाताअें की संख्या 2 करोड़ 85 लाख है. जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 2 करोड़ 67 लाख है, इसके अलावा थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या 1336 है. प्रदेश में 80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं की संख्या 7.12 लाख है, जबकि 100 साल से ज्यादा उम्र के मतदाताओं की संख्या 6 हजार 180 है. इस बार पहली बार के मतदाता यानी 18 से 19 साल के मतदाताओं की संख्या 18.86 लाख है, वहीं सर्विस वोटर्स 75 हजार 426 हैं.
मध्यप्रदेश में मतदाताओं का गणित:
कुल मतदाता | 5.52 करोड़ |
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पुरूष मतदाता | 2 करोड़ 85 लाख |
महिला मतदाता | 2 करोड़ 67 लाख |
थर्ड जेंडर | 1336 |
80 साल से ज्यादा उम्र के मतदाता | 7.12 लाख |
100 साल से ज्यादा उम्र के मतदाता | 6 हजार 180 |
पहली बार वोट करने वाले मतदाता | 18 लाख 86 हजार |
सर्विस वोटर्स | 75 हजार 426 |
युवा मतदाताओं को नाम जोड़ने अनूठे तरीके: इधर युवा मतदाताओं के नाम जोड़ने और उन्हें मतदान के लिए जागरूक करने के लिए चुनाव आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा कई तरह के प्रयोग किए जा रहे हैं. जिला प्रशासन ने पहल शुरू की है कि यदि कोई युवा मतदाता का नाम बताता है, जो 18 साल का हो गया है और उसका मतदाता सूची में नाम नहीं है, तो उसे उसकी मनपसंद फिल्म का टिकट दिया जाएगा. इसी तरह किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी उसका मतदाता सूची में नाम है, तो उसकी भी सूचना वॉट्सअप नंबर 99263 90491 पर दी जा सकती है. जिला निर्वाचन शाखा, भोपाल द्वारा मतदाता सूची के अपडेशन का काम किया जा रहा है, जो 11 सितंबर तक चलेगा.
मतदान के प्रति आकर्षित करने के लिए वीआर टेक्नोलॉजी का प्रयोग: युवा मतदाताओं को मतदान के प्रति आकर्षित करने के लिए युवा वोटर्स को अब वीआर यानी वर्चुअल रियलिटी तकनीक से मतदान प्रक्रिया का अनुभव कराया जाएगा, इसकी शुरूआत भोपाल में की गई है. भोपाल जिले के नोडल अधिकारी ऋतुराज सिंह के मुताबिक युवा वर्चुअल रियलिटी तकनीक के प्रति आकर्षित होते हैं, इसलिए वीआर टेक्नोलॉजी के माध्यम से यह अनूठी पहल की गई है.