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ऑनलाइन क्लास अब बच्चों के लिए बन रही आफत, पेरेंट्स नहीं चाहते डिजिटिल पढ़ाई

लॉकडाउन के दौरान हो रही ऑनलाइन क्लासेस का बच्चों पर असर पड़ रहा है, जिससे अब अभिभावकों नहीं चाहते कि उनके बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस लगें.

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ऑनलाइन क्लासेस
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Published : Jun 23, 2020, 12:49 PM IST

भोपाल। भारत में सरकार आधुनिकता की ओर कदम बढ़ा रही है, जिसके तहत डिजिटल इंडिया की शुरूआत की गई. इस योजना का उद्देश्य है कि देश भर में पेपर लेस काम हो और सब डिजिटल हो, इलेक्ट्रिक गैजेट्स के जरिए. वहीं कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से चल रहे लॉकडाउन के दौरान स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेस लग रही हैं. लेकिन ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों के दिमाग पर उल्टा ही असर पड़ रहा है. जिससे अब अभिभावकों की मांग है कि ऑनलाइन स्टडी को बंद किया जाए.

ऑनलाइन क्लास का बच्चों पर असर

अभिभावकों ने बताया कि स्कूल की तरफ से ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा रही हैं लेकिन इन ऑनलाइन क्लासेस से छोटे बच्चों के दिमाग पर उल्टा ही असर हो रहा है. 4 से 5 घंटे तक चलने वाली ऑनलाइन क्लासेज के बाद बच्चों में एक अलग ही बदलाव देखने को मिल रहा है. क्लास के बाद बच्चे ज्यादातर समय सोते रहते हैं इसके साथ ही आई साइड भी वीक हो रही है. जिसके चलते वे शायद चिड़चिड़ापन का शिकार भी हो रहे हैं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

ऑनलाइन क्लासेस को लेकर मनोवैज्ञानिक रूमा भट्टाचार्य ने बताया कि इस तरह की क्लासों से बच्चों के मानसिक विकास पर भी असर पड़ता है. लंबे समय तक मोबाइल की स्क्रीन के सामने पढ़ाई करने पर कहीं न कहीं उनके दिमाग पर असर पड़ता है और यही कारण है कि बच्चें चिड़चिड़े हो रहे हैं.

क्या हो रहा है बच्चों पर असर

  • चिड़चिड़े होने लगे हैं बच्चें

ऑलाइन क्लासेस हो रही है, मतलब बच्चे लगातार 4 से 5 घंटे तक स्क्रीन के सामने बैठ रहे हैं. इसके साथ ही वे कुछ देर बाद टीवी भी देखते हैं और फिर मोबाइल भी. ऐसे में स्क्रीन का ज्यादा से उपयोग होने पर बच्चें चिड़चिड़े होने लगे है. साथ ही उन्हें गुस्सा भी बहुत जल्दी आने लगा है. बता दें, स्क्रीन टाइम बढ़ने से बच्चों पर ज्यादा मानसिक प्रभाव हो रहा है.

  • लॉस ऑफ कॉन्सनट्रेशन


डिजिटली स्क्रीन एक्सपोजर के कारण बच्चों के व्यवहार में कई बदलाव में देखने को मिल रहे हैं. साथ ही बच्चों का फोकस भी बिगड़ रहा है. उनमें लॉस ऑफ कॉन्सनट्रेशन देखा जा रहा है. इसके अलावा उनका काम में मन नहीं लग रहा है.

  • आंखों पर असर

लगातार 4 से 5 घंटे की हो रही क्लासेस के बीच बच्चों को ज्यादा ब्रेक नहीं मिलता है. इस दौरान वे लगातार स्क्रीन में देखते रहते हैं, जिससे उनकी आई साइड पर इफेक्ट हो रहा है और वीक हो रही है.

  • सिर में दर्द रहने की शिकायत

ज्यादातर बच्चों को इतनी देर तक और काफी ज्यादा स्क्रीन यूज करने की वजह से सिर में दर्द होने की शिकायत है. इसके साथ ही उन्हें सिर भारी-भारी भी लगता है.

  • नेगिटिव हो रहे थॉट्स

अभिभावकों ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस पर बच्चों का नेगिटिव इफेक्ट हो रहा है और वे नेगिटिव हो रहे हैं. अगर घर में दो बच्चे हैं तो छोटी-छोटी बात पर लड़ने और गुस्सा होने लगे है.

लगातार बच्चों के व्यवहार और सेहत में आ रहे बदलावों के देखते हुए अब अभिवावकों की मांग है कि स्कूल इन ऑनलाइन क्लास को बंद करे, नहीं तो बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ेगा. इसके साथ ही अभिभिवकों का कहना है कि बच्चों द्वारा कमर दर्द, सरदर्द, आंखों में दर्द और नेट कनेक्टिविटी की शिकायत लगातार की जा रही है, इसलिए छोटे बच्चों की ऑनलाइन क्लास तत्काल प्रभाव से बंद कराई जाएं.

भोपाल। भारत में सरकार आधुनिकता की ओर कदम बढ़ा रही है, जिसके तहत डिजिटल इंडिया की शुरूआत की गई. इस योजना का उद्देश्य है कि देश भर में पेपर लेस काम हो और सब डिजिटल हो, इलेक्ट्रिक गैजेट्स के जरिए. वहीं कोरोना महामारी के कारण लंबे समय से चल रहे लॉकडाउन के दौरान स्कूल-कॉलेज के स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेस लग रही हैं. लेकिन ऑनलाइन क्लासेस से बच्चों के दिमाग पर उल्टा ही असर पड़ रहा है. जिससे अब अभिभावकों की मांग है कि ऑनलाइन स्टडी को बंद किया जाए.

ऑनलाइन क्लास का बच्चों पर असर

अभिभावकों ने बताया कि स्कूल की तरफ से ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा रही हैं लेकिन इन ऑनलाइन क्लासेस से छोटे बच्चों के दिमाग पर उल्टा ही असर हो रहा है. 4 से 5 घंटे तक चलने वाली ऑनलाइन क्लासेज के बाद बच्चों में एक अलग ही बदलाव देखने को मिल रहा है. क्लास के बाद बच्चे ज्यादातर समय सोते रहते हैं इसके साथ ही आई साइड भी वीक हो रही है. जिसके चलते वे शायद चिड़चिड़ापन का शिकार भी हो रहे हैं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ

ऑनलाइन क्लासेस को लेकर मनोवैज्ञानिक रूमा भट्टाचार्य ने बताया कि इस तरह की क्लासों से बच्चों के मानसिक विकास पर भी असर पड़ता है. लंबे समय तक मोबाइल की स्क्रीन के सामने पढ़ाई करने पर कहीं न कहीं उनके दिमाग पर असर पड़ता है और यही कारण है कि बच्चें चिड़चिड़े हो रहे हैं.

क्या हो रहा है बच्चों पर असर

  • चिड़चिड़े होने लगे हैं बच्चें

ऑलाइन क्लासेस हो रही है, मतलब बच्चे लगातार 4 से 5 घंटे तक स्क्रीन के सामने बैठ रहे हैं. इसके साथ ही वे कुछ देर बाद टीवी भी देखते हैं और फिर मोबाइल भी. ऐसे में स्क्रीन का ज्यादा से उपयोग होने पर बच्चें चिड़चिड़े होने लगे है. साथ ही उन्हें गुस्सा भी बहुत जल्दी आने लगा है. बता दें, स्क्रीन टाइम बढ़ने से बच्चों पर ज्यादा मानसिक प्रभाव हो रहा है.

  • लॉस ऑफ कॉन्सनट्रेशन


डिजिटली स्क्रीन एक्सपोजर के कारण बच्चों के व्यवहार में कई बदलाव में देखने को मिल रहे हैं. साथ ही बच्चों का फोकस भी बिगड़ रहा है. उनमें लॉस ऑफ कॉन्सनट्रेशन देखा जा रहा है. इसके अलावा उनका काम में मन नहीं लग रहा है.

  • आंखों पर असर

लगातार 4 से 5 घंटे की हो रही क्लासेस के बीच बच्चों को ज्यादा ब्रेक नहीं मिलता है. इस दौरान वे लगातार स्क्रीन में देखते रहते हैं, जिससे उनकी आई साइड पर इफेक्ट हो रहा है और वीक हो रही है.

  • सिर में दर्द रहने की शिकायत

ज्यादातर बच्चों को इतनी देर तक और काफी ज्यादा स्क्रीन यूज करने की वजह से सिर में दर्द होने की शिकायत है. इसके साथ ही उन्हें सिर भारी-भारी भी लगता है.

  • नेगिटिव हो रहे थॉट्स

अभिभावकों ने बताया कि ऑनलाइन क्लासेस पर बच्चों का नेगिटिव इफेक्ट हो रहा है और वे नेगिटिव हो रहे हैं. अगर घर में दो बच्चे हैं तो छोटी-छोटी बात पर लड़ने और गुस्सा होने लगे है.

लगातार बच्चों के व्यवहार और सेहत में आ रहे बदलावों के देखते हुए अब अभिवावकों की मांग है कि स्कूल इन ऑनलाइन क्लास को बंद करे, नहीं तो बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ेगा. इसके साथ ही अभिभिवकों का कहना है कि बच्चों द्वारा कमर दर्द, सरदर्द, आंखों में दर्द और नेट कनेक्टिविटी की शिकायत लगातार की जा रही है, इसलिए छोटे बच्चों की ऑनलाइन क्लास तत्काल प्रभाव से बंद कराई जाएं.

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