भोपाल। विधानसभा चुनाव के पहले नेताओं के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा है कि बीजेपी ने बजरंग दल की तुलना बजरंगबली से करने का महापाप किया था इसीलिए अब बजरंगबली का सोंटा घूम रहा है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि आतंकी जात बिरादरी और धर्म नहीं होता. वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह पर पलटवार किया है. मिश्रा ने दिग्विजय सिंह पर सिमी, पीएफआई पर नहीं बोलने का आरोप लगाया.
दिग्विजय का आरएसएस पर आरोप: दिग्विजय सिंह ने उज्जैन के महाकाल लोक में मूर्तियां गिरने के मामले में संबंधित ठेकेदार को गिरफ्तार किए जाने की मांग की है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी धर्म के नाम पर व्यवसाय करती है. महाकाल के प्रांगण की कीमती जमीन को बीजेपी शासन में अलॉट कर की गई थी, जब हमारी सरकार आई थी तो उसका कैंसिलेशन कर दिया था. उस मामले में कोर्ट से स्टे लेकर आए थे लेकिन बाद में उस पूरी जमीन का व्यवसायीकरण हो गया. दुकानों पर पगड़ी ली गई, किराया लिया जा रहा है. पार्किंग में पैसा लिया जा रहा है और वहां एक गेस्ट हाउस भी बनाया गया है जिसका दुरुपयोग किया जा रहा है उसे किराए पर दे दिया गया है. उज्जैन में सैकड़ों मकान विकास के लिए गिराए गए. यह मकान गिराने की जरूरत ही नहीं पड़ती यदि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को यह जमीन अलॉट ना की गई होती. दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी आपदा में अवसर ढूंढती है.
बजरंग दल पर आरोप: सतना में 2 दिन पहले रेलवे स्टेशन से 21 किलो 900 ग्राम गांजे के साथ पकड़े गए बजरंग दल कार्यकर्ता के मामले में दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया. दिग्विजय सिंह ने इस मामले को लेकर ट्वीट कर लिखा कि आरोपी कुछ इस अंदाज में देखे गए. काबिले गौर पुलिस गिरफ्त में होने के बाद भी आरोपियों के हौसले इतने बुलंद की मूछों पर ताव देते हुए नजर आ रहे हैं. इन्हें जैसे पुलिस का खौफ ही नहीं. गांजा तस्करी भी रेल मार्ग से ही कर रहे थे. मोदी जी, आपने हमारे पूज्यनीय बजरंगबली जी की तुलना ऐसे तस्करी करने वालों के दर्द से कर दी. आप हम सभी हिंदुओं से माफी मांगिए.
गृहमंत्री का दिग्गी पर पलटवार: बजरंग दल पर टिप्पणी के जवाब में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि बजरंग दल के अलावा उन्होंने कभी पीएफआई पर सवाल उठाया है क्या, आईएसआईएस पर कभी सवाल उठाया है, सिमी पर सवाल उठाए हैं क्या, यह जानबूझकर इसलिए सवाल उठाते हैं कि मीडिया में चर्चा में आ सके इसलिए उनकी बात को कोई वजन नहीं देता.