भोपाल। उत्तर प्रदेश (UP) के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया इलाके में हुई घटना (Lakhimpur Kheri Incident) पर सियासी घमासान शुरू हो चुका है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) देर रात किसानों से मिलने के लिए रवाना हुईं. इस दौरान पुलिस ने प्रियंका को सीतापुर के हरगांव में हिरासत में ले लिया गया है. वहीं, इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ( Minister Ajay Mishra) के बेटे आशीष के खिलाफ सोमवार को एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद दिग्विजय सिंह (Digvijay singh) ने घटना को भाजपा और संघ की सोची समझी रणनीति बताया है.
घटना भाजपासंघ की सोची समझी रणनीति- दिग्विजय
पूर्व सीएम ने ट्वीट कर लिखा, 'यह घटना भाजपासंघ की सोची समझी रणनीति है. हरियाणा के मुख्यमंत्री का बयान केंद्रीय गृह मंत्री का बयान और यह घटना. दमन चक्र शुरू हो गया है. संघर्ष ही जीवन है. उन्होंने आगे लिखा कि, जब जब भाजपा डरती है पुलिस को आगे करती है.'
भाजपा सरकार में किसानों का दमन-कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भाजपा सरकार पर सवाल दागते हुए कहा कि आखिर कब तक किसानों का भाजपा सरकार में यूं ही दमन होता रहेगा. तीन कृषि कानून को लेकर उन्होंने कहा कि कब यह काले कानून वापस होंगे और कब यह सरकार किसानों के साथ न्याय करेगी. लखीमपुर खीरी में किसान को गोली लगने को लेकर उन्होंने कहा कि उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में गाड़ी तले किसानों को रौंदने की घटना बेहद विभत्स व निंदनीय है. हादसे में कई किसानों की मौत हो गई है. वहीं कई लोग घायल भी हुए हैं.
विपक्षी दलों के नेताओं का लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखीमपुर कांड के बाद विपक्षी दलों के नेताओं का लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू हो गया है. कई नेताओं ने सोमवार को लखीमपुर जाने का ऐलान किया है. बीएसपी नेता सतीश चंद्र मिश्रा को लखनऊ में हाउस अरेस्ट कर लिया गया. उधर, किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले को भी रोका गया, लेकिन वह आगे जाने में कामयाब रहे. उधर, चंद्रशेखर का काफिला भी पुलिस ने खैराबाद के पास रोक दिया, जिसके बाद उन्हें सीतापुर पुलिस लाइन में नजरबंद कर दिया गया. आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी लखीमपुर खीरी जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें सीतापुर में रोक दिया. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और जयंत चौधरी सोमवार यानी आज लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होंगे.
क्या था पूरा मामला
दरअसल, उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या का आगमन था. इससे पहले ही किसानों ने तीन कृषि कानून के विरोध को लेकर जिले में बने हैलीपेड पर कब्जा कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया था. किसानों की बढ़ती भीड़ के आगे यहां भारी पुलिस बल भी विफल साबित हो गया. घटना स्थल पर तब आनन-फानन की स्थिति बन गई, जब केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे डिप्टी सीएम को रिसीव करने जा रहे थे, लेकिन इस दौरान किसानों ने उनका रास्ता रोक लिया और काले झंडे दिखाए. मिली जानकारी के अनुसार, झड़प के दौरान गाड़ी की टक्कर से किसानों की मौत हो गई, जिसके बाद किसानों ने भारी हंगामा किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना स्थल पर बेकाबू स्थिति को काबू में करने के लिए एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार को लखीमपुर खीरी भेजा है. घटना के बाद से किसान नेताओं ने योगी सरकार पर हमला बोल दिया है. वहीं विपक्षी दल भी पीड़ित परिवारों से मिलने लखीमपुर खीरी पहुंचना शुरू हो गए हैं.