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राम मनोहर लोहिया के जन्मदिन पर उठी महाकौशल को अलग राज्य बनाने की मांग

भोपाल में पॉलिटेक्निक स्थित गांधी भवन के कबीरधाम में महाकौशल राष्ट्र समिति पार्टी का प्रांतीय सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें महाकौशल को अलग राज्य बनाने की मांग उठी.

Mahakaushal
महाकौशल
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Published : Mar 23, 2021, 6:31 PM IST

Updated : Mar 23, 2021, 6:37 PM IST

भोपाल। राजधानी भोपाल के पॉलिटेक्निक स्थित गांधी भवन के कबीरधाम कक्ष महाकौशल राष्ट्र समिति पार्टी का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न हुआ. मुख्य अतिथि डॉक्टर सतीश नाग डॉ नाग ने बताया कि डॉ राम मनोहर लोहिया हमेशा वंचित तबके के हक अधिकारों के लिए संसद भवन में और बाहर भी संघर्ष करते रहे हैं. हमारी पार्टी राम मनोहर लोहिया के जन्मदिन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए प्रदेश में 7 करोड़ आबादी जो कि अब भ्रष्टाचार, महिला हिंसा, माफिया के रूप में मध्यप्रदेश की पहचान बन चुकी है, प्रदेश में दलित आदिवासी पिछड़ा वर्ग व्यापारी कर्मचारी वर्तमान सरकार से काफी प्रताड़ित हो रहा है. महाकौशल क्षेत्र की हमेशा से ही उपेक्षा की जाती रही है.

महाकौशल को अलग राज्य बनाने की मांग

डॉ. नाग ने बताया कि महाकौशल क्षेत्र वर्तमान समय में मंत्री महाकौशल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी वर्ग पलायन करके दिल्ली मुंबई जाने पर मजबूर होते हैं. मुख्यमंत्री को पीड़ा से कोई लेना-देना नहीं, यह सरकार विधायकों के खरीद-फरोख्त से बनाई गई है. इस सरकार से लोगों को न्याय की कोई उम्मीद नहीं बची है. आए दिन किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं. दैनिक वेतन भोगियों को हटाकर प्राइवेट सेक्टरों पर सरकार अपना विशेष ध्यान दे रही है, इन कारणों से हमारी पार्टी महाकौशल राष्ट्र समिति मांग करती है कि मध्य प्रदेश के 24 जिलों को मिलाकर अलग महाकौशल राज्य का गठन किया जाए.

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24 जिलों से बनेगा महाकौशल

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 24 जिलों को मिलाकर हमें अलग महाकौशल राज्य दिया जाए. जबलपुर को राजधानी बनाया जाए. हमारी पार्टी महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर ग्राम स्वराज की मांग करती है. डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के विचारों पर किसी वस्तु की लागत से डेढ़ गुना उस वस्तु की कीमत होना चाहिए. डॉक्टर साहब अंबेडकर के विचारों पर समतामूलक समाज की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष रहते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सोच हर गांव में सड़क होगी तभी भारत का विकास होगा. वहीं अटल बिहारी हमेशा से छोटे छोटे राज्यों की वकालत करते थे. उन्हीं के प्रधानमंत्री काल में झारखंड, उत्तरांचल, तेलंगाना राज्य का गठन हुआ.

महाकौशल का जल्द किया जाए गठन

उन्होंने कहा कि हम भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करते हैं कि हमारा महाकौशल राज्य को अलग मान्यता देकर तत्काल इसका गठन किया जाए. वर्तमान में जो सरकार चल रही है,यह व्यवस्था, जनता पर शोषण, भय, भूख, भ्रष्टाचार वाली सरकार है. आजादी के बाद कोई बदलाव नहीं आया है, आमदनी का स्रोत नहीं, सुचारू व्यवस्था होना चाहिए. जो व्यापार करेगा, वही राज करेगा. हमारी पार्टी गांव-गांव जाकर जनता जन आंदोलन चलाएगी. हम भारत राष्ट्र बचाएंगे, हम ग्राम स्वावलंबन चलाएंगे. हमारी पार्टी वनों की दुर्दशा को रोकेगी. खदानों की दुर्दशा को रोकने के लिए आंदोलन करेगी. आगामी समय में 24 जून 2021 को रानी दुर्गावती बलिदान दिवस पर जबलपुर में कलेक्टर गांव चल गांव में चल कर काम कर इस आंदोलन को प्रारंभ करेगी. गांव गरीब किसान की लड़ाई हर कार्यकर्ता को लड़ने की अति आवश्यकता है.

भोपाल। राजधानी भोपाल के पॉलिटेक्निक स्थित गांधी भवन के कबीरधाम कक्ष महाकौशल राष्ट्र समिति पार्टी का प्रांतीय सम्मेलन संपन्न हुआ. मुख्य अतिथि डॉक्टर सतीश नाग डॉ नाग ने बताया कि डॉ राम मनोहर लोहिया हमेशा वंचित तबके के हक अधिकारों के लिए संसद भवन में और बाहर भी संघर्ष करते रहे हैं. हमारी पार्टी राम मनोहर लोहिया के जन्मदिन पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए प्रदेश में 7 करोड़ आबादी जो कि अब भ्रष्टाचार, महिला हिंसा, माफिया के रूप में मध्यप्रदेश की पहचान बन चुकी है, प्रदेश में दलित आदिवासी पिछड़ा वर्ग व्यापारी कर्मचारी वर्तमान सरकार से काफी प्रताड़ित हो रहा है. महाकौशल क्षेत्र की हमेशा से ही उपेक्षा की जाती रही है.

महाकौशल को अलग राज्य बनाने की मांग

डॉ. नाग ने बताया कि महाकौशल क्षेत्र वर्तमान समय में मंत्री महाकौशल क्षेत्र में रहने वाले आदिवासी वर्ग पलायन करके दिल्ली मुंबई जाने पर मजबूर होते हैं. मुख्यमंत्री को पीड़ा से कोई लेना-देना नहीं, यह सरकार विधायकों के खरीद-फरोख्त से बनाई गई है. इस सरकार से लोगों को न्याय की कोई उम्मीद नहीं बची है. आए दिन किसान आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं. दैनिक वेतन भोगियों को हटाकर प्राइवेट सेक्टरों पर सरकार अपना विशेष ध्यान दे रही है, इन कारणों से हमारी पार्टी महाकौशल राष्ट्र समिति मांग करती है कि मध्य प्रदेश के 24 जिलों को मिलाकर अलग महाकौशल राज्य का गठन किया जाए.

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24 जिलों से बनेगा महाकौशल

पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि 24 जिलों को मिलाकर हमें अलग महाकौशल राज्य दिया जाए. जबलपुर को राजधानी बनाया जाए. हमारी पार्टी महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर ग्राम स्वराज की मांग करती है. डॉक्टर राम मनोहर लोहिया के विचारों पर किसी वस्तु की लागत से डेढ़ गुना उस वस्तु की कीमत होना चाहिए. डॉक्टर साहब अंबेडकर के विचारों पर समतामूलक समाज की स्थापना के लिए निरंतर संघर्ष रहते हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सोच हर गांव में सड़क होगी तभी भारत का विकास होगा. वहीं अटल बिहारी हमेशा से छोटे छोटे राज्यों की वकालत करते थे. उन्हीं के प्रधानमंत्री काल में झारखंड, उत्तरांचल, तेलंगाना राज्य का गठन हुआ.

महाकौशल का जल्द किया जाए गठन

उन्होंने कहा कि हम भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से निवेदन करते हैं कि हमारा महाकौशल राज्य को अलग मान्यता देकर तत्काल इसका गठन किया जाए. वर्तमान में जो सरकार चल रही है,यह व्यवस्था, जनता पर शोषण, भय, भूख, भ्रष्टाचार वाली सरकार है. आजादी के बाद कोई बदलाव नहीं आया है, आमदनी का स्रोत नहीं, सुचारू व्यवस्था होना चाहिए. जो व्यापार करेगा, वही राज करेगा. हमारी पार्टी गांव-गांव जाकर जनता जन आंदोलन चलाएगी. हम भारत राष्ट्र बचाएंगे, हम ग्राम स्वावलंबन चलाएंगे. हमारी पार्टी वनों की दुर्दशा को रोकेगी. खदानों की दुर्दशा को रोकने के लिए आंदोलन करेगी. आगामी समय में 24 जून 2021 को रानी दुर्गावती बलिदान दिवस पर जबलपुर में कलेक्टर गांव चल गांव में चल कर काम कर इस आंदोलन को प्रारंभ करेगी. गांव गरीब किसान की लड़ाई हर कार्यकर्ता को लड़ने की अति आवश्यकता है.

Last Updated : Mar 23, 2021, 6:37 PM IST
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