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18 महीने में बनकर तैयार होगा विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सांस्कृतिक केंद्र - भोपाल न्यूज

भोपाल में पिछड़ी जनजाति के लिए 18 करोड़ की लागत से सांस्कृतिक केंद्र बनाया जा रहा है. आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने इसका निरीक्षण किया.

Cultural Center for Backward Tribes to be ready in 18 months
जल्द तैयार होगा विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सांस्कृतिक केंद्र
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Published : Feb 8, 2020, 7:37 AM IST

भोपाल। विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए अरेरा हिल्स क्षेत्र में सरकार द्वारा बड़े स्तर पर सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण करवाया जा रहा है. देर शाम प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया. यहां पहुंचकर उन्होंने अब तक किए गए कार्य का अवलोकन करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए.

जल्द तैयार होगा विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सांस्कृतिक केंद्र

निरीक्षण के दौरान आदिम जाति कल्याण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विशेष पिछड़ी जनजाति सांस्कृतिक प्रशासनिक केंद्र का निर्माण गुणवत्तापूर्ण किया जाए और इसे हर हाल में अक्टूबर 2021 तक पूरा किया जाए, ताकि प्रदेश के लोगों को एक नई सौगात दी जा सके.

निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया और सहरिया की संस्कृति और विभिन्न कलाओं के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए भोपाल में 18 करोड़ रुपए की लागत से सांस्कृतिक सह-प्रशासनिक केन्द्र का निर्माण किया गया है. इस केन्द्र में एक इंडोर और एक आउटडोर ऑडिटोरियम होगा. ये ऑडिटोरियम 200-200 सीटर क्षमता का होगा, इस केन्द्र में कलाकारों के रुकने की व्यवस्था भी रहेगी.

निर्माणाधीन भवन में विशेष पिछड़ी जनजाति से संबंधित प्रशासनिक कार्यालय भी होंगे. इस पांच मंजिला भवन में दो ब्लॉक बनाए जा रहे हैं. कार्य की निर्माण एजेन्सी राजधानी परियोजना को बनाया गया है. भोपाल के अलावा श्योपुर में सहरिया, डिंडौरी में बैगा और छिन्दवाड़ा में भारिया विशेष पिछड़ी जनजाति के सांस्कृतिक केन्द्रों का निर्माण कराया जा रहा है.

भोपाल। विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए अरेरा हिल्स क्षेत्र में सरकार द्वारा बड़े स्तर पर सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण करवाया जा रहा है. देर शाम प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया. यहां पहुंचकर उन्होंने अब तक किए गए कार्य का अवलोकन करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए.

जल्द तैयार होगा विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सांस्कृतिक केंद्र

निरीक्षण के दौरान आदिम जाति कल्याण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विशेष पिछड़ी जनजाति सांस्कृतिक प्रशासनिक केंद्र का निर्माण गुणवत्तापूर्ण किया जाए और इसे हर हाल में अक्टूबर 2021 तक पूरा किया जाए, ताकि प्रदेश के लोगों को एक नई सौगात दी जा सके.

निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया और सहरिया की संस्कृति और विभिन्न कलाओं के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिए भोपाल में 18 करोड़ रुपए की लागत से सांस्कृतिक सह-प्रशासनिक केन्द्र का निर्माण किया गया है. इस केन्द्र में एक इंडोर और एक आउटडोर ऑडिटोरियम होगा. ये ऑडिटोरियम 200-200 सीटर क्षमता का होगा, इस केन्द्र में कलाकारों के रुकने की व्यवस्था भी रहेगी.

निर्माणाधीन भवन में विशेष पिछड़ी जनजाति से संबंधित प्रशासनिक कार्यालय भी होंगे. इस पांच मंजिला भवन में दो ब्लॉक बनाए जा रहे हैं. कार्य की निर्माण एजेन्सी राजधानी परियोजना को बनाया गया है. भोपाल के अलावा श्योपुर में सहरिया, डिंडौरी में बैगा और छिन्दवाड़ा में भारिया विशेष पिछड़ी जनजाति के सांस्कृतिक केन्द्रों का निर्माण कराया जा रहा है.

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18 महीने में बनकर तैयार होगा विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए सांस्कृतिक केंद्र 18 करोड़ से ज्यादा की लागत से हो रहा तैयार


भोपाल | विशेष पिछड़ी जनजाति के लिए अरेरा हिल्स क्षेत्र में सरकार के द्वारा बड़े स्तर पर सांस्कृतिक केंद्र का निर्माण करवाया जा रहा है देर शाम प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मकराम ने निर्माणाधीन भवन का निरीक्षण किया है यहां पहुंच कर उन्होंने अब तक किए गए कार्य का अवलोकन करते हुए अधिकारियों को जल्द से जल्द निर्माण पूरा करने के निर्देश दिए हैं



Body:निरीक्षण के दौरान आदिम जाति कल्याण मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि विशेष पिछड़ी जनजाति सांस्कृतिक प्रशासनिक केंद्र का निर्माण गुणवत्तापूर्ण किया जाए एवं इसे हर हाल में अक्टूबर 2021 तक पूरा भी किया जाए ताकि प्रदेश के लोगों को एक नई सौगात दी जा सके .
Conclusion:निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रदेश की विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा, भारिया एवं सहरिया की संस्कृति और विभिन्न कलाओं के संरक्षण और प्रोत्साहन के लिये भोपाल में 18 करोड़ रूपये की लागत से सांस्कृतिक सह-प्रशासनिक केन्द्र का निर्माण किया जा रहा है . इस केन्द्र में एक इंडोर और एक आउटडोर ऑडिटोरियम होगा . ये ऑडिटोरियम 200-200 सीटर क्षमता के होंगे . इस केन्द्र में कलाकारों के रुकने की व्यवस्था भी रहेगी . निर्माणाधीन भवन में विशेष पिछड़ी जनजाति से संबंधित प्रशासनिक कार्यालय भी होंगे . इस पाँच मंजिला भवन में दो ब्लॉक बनाये जा रहे हैं . कार्य की निर्माण एजेन्सी राजधानी परियोजना को बनाया गया है . भोपाल के अलावा श्योपुर में सहरिया, डिंडोरी में बैगा और छिन्दवाड़ा में भारिया विशेष पिछड़ी जनजाति के सांस्कृतिक केन्द्रों का निर्माण कराया जा रहा है .
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