भोपाल। जहां एक ओर कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भीड़ इकठ्ठा न हो इसलिए शहर में कर्फ्यू लगा हुआ है. शहर में जरुरी सेवाओं को छोड़कर अन्य सेवाएं बंद कर दी है. लेकिन दूसरी तरफ शहर के कई अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों को रोजाना की तरह ही लंबी कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रहे है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
आज भोपाल स्थित जवाहरलाल नेहरू गैस राहत अस्पताल की ओपीडी को बिना किसी कारण बंद कर दिया गया. जिसके चलते गेट के बाहर मरीजों की भीड़ इकठ्ठा हो गई. ओपीडी को बंद कर सिर्फ इमरजेंसी मरीजों को देखने का एक नोटिस अस्पताल के गेट के बाहर लगा दिया. जबकि दो सिक्योरिटी गार्ड सभी मरीजों को बोलते नजर आए कि वह अपने घर जाएं. इमरजेंसी की स्थिति में कौन है और कौन नहीं यह तय करने के लिए भी कोई डॉक्टर बाहर नहीं था. वहीं सीएमओ गैस राहत से फोन से बात की गई और तब जाकर ओपीडी चालू करवाई गई.
ऐसा ही कुछ नजारा जिला अस्पताल जेपी में भी देखने मिला था. जहां एक ही डॉक्टर के उपलब्ध होने के कारण मरीजों को लम्बी कतार में लगना पड़ा . जबकि कोरोना वायरस के चलते जारी एडवाइजरी में साफ तौर पर कहा गया है कि लोगों की भीड़ इकट्ठा नहीं होना चाहिए क्योंकि ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.